3 December 2025
बलरामपुर जिले मे चोरी के आरोपी की पुलिस कस्टडी में मौत….
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बलरामपुर जिले मे चोरी के आरोपी की पुलिस कस्टडी में मौत….

Sarguja express….

एएसपी बोले- युवक को पहले से बीमारी थी, मां बोली-कोई बीमारी नहीं थी, पीट-पीटकर कर मारा

अंबिकापुर.
बलरामपुर जिले में एक चोरी के आरोपी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। धनंजय ज्वेलर्स में 50 लाख से ज्यादा की चोरी मामले मे 6 नवंबर को पुलिस ने 8 आरोपियों को हिरासत में लिया था। इसके अगले ही दिन इनमें एक आरोपी की जान चली गई। परिजनों का आरोप है कि पुलिस की पिटाई ये युवक ने दम तोड़ दिया। मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का है। पुलिस के मुताबिक, आरोपी को पहले से बीमारी थी। उसे थाने में रखा गया था। जहां उसकी हालत बिगड़ गई थी। तड़के सुबह हॉस्पिटल में भर्ती किया गया, जहां डॉक्टरों उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं परिजनों ने इस बात से साफ इनकार किया है। मृतक की मां का कहना है उनके बेटे को कोई बीमारी नहीं थी।

जानकारी के मुताबिक, यह चोरी 30-31 अक्टूबर 2025 की रात हुई थी। पिकअप लेकर पहुंचे चोरों ने दुकान का शटर उठाकर दुकान से सोने-चांदी के ज्वेलरी सहित करीब 3.50 लाख रुपए नगदी की चोरी कर ली थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी वैभव बैंकर ने एएसपी विश्वदीपक त्रिपाठी के नेतृत्व में एक विशेष अनुसंधान टीम का गठन किया गया।
टीम ने सैकड़ों सीसीटीवी फुटेज खंगाले और तकनीकी व स्थानीय सूचना तंत्र की मदद से आरोपियों की पहचान की। मुख्य आरोपी शिव कुमार लांजा राम (18 वर्ष), सूरज सिंह (19 वर्ष), वेद सिंह (21 वर्ष) और सूर्या गिरी (19 वर्ष) को सीतापुर क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया।
पुलिस ने मामले में बतौली थाना क्षेत्र के बैलकोटा निवासी उमेश सिंह को हिरासत में लिया था। कोतवाली थाने में उसे पूछताछ के लिए रखा गया था। आरोप है कि पुलिस पिटाई के बाद उमेश सिंह की हालत बिगड़ गई। उसे 7 नवंबर की सुबह 4.30 बजे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पुलिस का कहना है कि युवक को सुबह 4.20 बजे हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था। 4.45 बजे उसकी मौत हो गई। पुलिस के अनुसार वह सिकलसेल से पीड़ित था। मृतक उमेश सिंह को कई बार ब्लड भी चढ़ा था। थाने में चोरी के आरोपी की मौत के बाद हड़कंप मच गया है। थाने की सुरक्षा बढ़ा दी है। एक साल पहले थाने में एक महिला की संदिग्ध परिस्थिति में लापता होने के मामले में स्वास्थ्य कर्मी की पुलिस हिरासत में मौत के बाद लोगों ने थाने में हमला कर दिया था।

मां बोली- बेटे को बिमारी नहीं थी

मृतक की मां ने कहा कि उनके बेटे को कोई बीमारी नहीं है। पुलिस वाले उनके बेटे को मारते मारते लाए है। उस दौरान उसके मुंह से खून निकल रहा था। साथ में 3-4 और भी लोग थे। थोड़ी देर बाद पुलिस वालों ने बेटे की मौत की जानकारी दी। मृतक की बहन ने कहा कि पुलिस ने थाने बुलाया लेकिन भाई से मिलने नहीं दिया। दूसरे दिन देखे की भाई ठीक से चल नहीं पा रहा था। हमें सूचना दी कि आपका लड़का हॉस्पिटल में एडमिट है। फिर सीधे मौत की जानकारी दी।

पुलिस बोली- युवक पहले से बीमार था

एएसपी विश्व दीपक त्रिपाठी ने कहा कि थाने लाने से पहले आरोपी की तबीयत ठीक नहीं थी। पहले भी उसका स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता था। 1 साल में वह 10 बार हॉस्पिटल में एडमिट हुआ है। 2 बार उसे ब्लड चढ़ा है। जब उसे ठीक नहीं लगा तो तुरंत अस्पताल लेकर गए। जहां कुछ समय बाद उसकी मौत हो गई। वह पहले से बीमार था।

50 लाख की चोरी का खुलासा

पूछताछ में आरोपियों ने चोरी की वारदात स्वीकार की। उन्होंने बताया कि चोरी किए गए जेवरात राजेश अग्रवाल (40 वर्ष), बादल दास (22 वर्ष), अजीत (25 वर्ष) और अंबिकापुर निवासी रोशन सोनी (24 वर्ष), जो स्वर्ण महल ज्वेलर्स के संचालक हैं, को बेचे गए थे।
रोशन सोनी ने चोरी किए गए सोने-चांदी को गला कर अंबिकापुर के अन्य ज्वेलर्स को बेच दिया था। पुलिस ने सभी 8 आरोपियों को गिरफ्तार कर चोरी का पूरा माल बरामद कर लिया है। जांच में यह भी सामने आया है कि यही गिरोह 22 अक्टूबर 2025 को सूरजपुर के एक ज्वेलरी शॉप में हुई चोरी में भी शामिल था। इस मामले में एक आरोपी अब भी फरार है, जिसकी तलाश जारी है।

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