अम्बिकापुर। पूर्वजों के समय से छोटे झाड़ के जंगल की भूमि पर काबिज महिला आज अपने हक के लिए भटक रही है। गांव के पिता और पुत्र ने हल्का पटवारी से मिलकर उक्त भूमि का बेजा कब्जा रिपोर्ट बनवाकर भूमि पर जबरन कब्जा कर लिया। अधिवक्ता एवं सामाजिक कार्यकर्ता धीरेंद्र शर्मा के साथ आज पीड़ित महिला ने इसकी शिकायत अनुविभागीय अधिकारी प्रतापपुर से की है।
पीड़ित महिला सूरजपुर जिले के प्रतापपुर तहसील अंतर्गत थाना चंदौरा के ग्राम सिंगरी निवासी सुभगिया आ. स्व. देवशरण, उम्र 60 वर्ष,ने बताया कि गांव में उसके पिता एवं दादा-परदादा के द्वारा छोटे झाड़ की जंगल भूमि खसरा नंबर 759 रकबा 0.39 है। भूमि जिसका पट्टा आवेदिका को एवं इनके पिता को नहीं मिला है। इस भूमि पर गांव के ही इलियस खलखो एवं उसके पुत्र अमित द्वारा जबरन कब्जा करके वर्ष 2018 में हल्का पटवारी से मिलकर बेजा-कब्जा रिपोर्ट बनवाकर आवेदिका के कब्जे वाली भूमि जो पहले वाली जमीन के बगल में है, उस पर आवेदिका के पिता स्व. देवशरण के द्वारा कब्जा कर खेती-बाड़ी किया जा रहा था, जिस पर कब्जा कर लिया गया है। सन् 2005 में आवेदिका के पिता के द्वारा इस शासकीय भूमि को अधिया पर अनावेदकगण को दिया गया था, जिसका फायदा उठाकर अनावेदकगण उक्त भूमि का बेजा-कब्जा रिपोर्ट बनाकर कब्जा किया गया है, जो अवैध एवं निराधार है। पीड़ित महिला ने भेजा कब्ज और रिपोर्ट को निरस्त किए जाने की मांग के साथ-साथ भूमि वापस दिलाए जाने की मांग की है।