अम्बिकापुर। शहर से लगे ग्राम बंधियाचुॅंआ में लगातार वनभूमि पर हो रहे अतिक्रमण की शिकायत के बाद आज पूर्व उपमुख्यमंत्री टी0एस0 सिंहदेव ग्राम बंधियाचुॅंआ में ग्रामीणों साथ उन अंदरुनी वन क्षेत्रों का दौरा किये जहां सैकडो एकड वनक्षेत्र में वनो की कटाई कर उनपर अतिक्रमण किया गया है। आज प्रातः 8 बजे पूर्व उपमुख्यमंत्री करीब 2 कि0मी0 के पहाडी पगडंडियों को पार कर बंधियाचुंआ के बोदार क्षेत्र में पहॅुंचे। इस क्षेत्र में 100 एकड से अधिक वनभूमि में पेडों की कटाई कर अतिक्रमण किया गया है। 2 दिन पूर्व ही अम्बिकापुर पहॅुंचने पर ग्राम बंधियाचुऑं जाकर वहां के ग्रामीणों से उन्होंने इस अतिक्रमण पर जानकारी ली थी एवं वन विभाग को इस बात से अवगत कराया था। वन विभाग के अधिकारियों ने इसपर तत्काल जांच का आश्वासन दिया था। किंतु मंगलवार को सोसल मीडिया पर वन विभाग के कर्मचारियों का एक वीडियो वायरल होने जिसमें यह दर्शाया गया था कि किसी भी प्रकार का अतिक्रमण बंधियाचुॅंआ गांव के वनभूमि पर नहीं है, आने के बाद श्री सिंहदेव आज तडके स्वयं ग्रामीणों के साथ अतिक्रमण स्थल पर पहॅुंच गये।
ग्राम बंधियाचुॅंआ के ग्रामीण विगत कुछ दिनो से उनसे संपर्क कर लगातार वनभूमि पर अतिक्रमण की शिकायत कर रहे थे। इसी कारण सोमवार को अम्बिकापुर पहॅुंचते ही वे स्टेशन से सीधे ग्राम बंधियाचॅुंआ ग्रामीणों से मुलाकात करने गये थे। ग्रामीणों का कहना था कि वन विभाग को लगातार सूचना देने के बावजूद भी वन विभाग अतिक्रमणकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा था। वन विभाग का एक बीट चौकीदार जो कि ग्रामीणों के साथ मिलकर अतिक्रमण को रोकने का प्रयास कर रहा था, उसे भी यहां से हटा दिया गया। ग्रामीणों ने कहा कि सत्ताधारी दल के कुछ ऐसे नेताओं का अपरोक्ष समर्थन अतिक्रमणकारियों को है जो महामाया पहाड के अतिक्रमण नाम पर बहुत मुखर हैं। तब ग्रामीणों से हुई चर्चा के उपरांत उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों से बात की थी, जिन्होंने वस्तुस्थिति के तत्काल जांच का आश्वासन दिया था। किंतु मंगलवार को सोसल मीडिया पर वनविभाग के कर्मचारियों के इस दावे का वीडियो कि कोई अतिक्रमण हुआ ही नहीं है की जांच के लिये टीएस सिंहदेव आज मौके पर पहॅुंच गये। इस दौरान ग्रामीणों ने बताया कि बंधियाचॅंआ के बोदार के अलावा आमापानी क्षेत्र में भी करीब 100 एकड जमीन पर वनों को काटकर कब्जा कर लिया गया है।
इस कब्जे का विस्तार बंधियाचुॅंआ गांव के वन भूमि से प्रारंभ होकर
कटनी-गुमला हाईवे के 500 मीटर पहले तक है। इस कब्जा क्षेत्र में मेढबंदी कर जमीन का बंटवारा भी किया गया है। मौका मुआयना के बाद टी0एस0 सिंहदेव ने वनविभाग के रुख पर आपत्ती जताई। वन विभाग के कर्मचारयों का सोसल मीडिया पर वायरल वीडियो तो अतिक्रमण को समर्थन और शह देता प्रतीत होता है। वन विभाग के अधिकारी अपने कमरों में गूगल नक्शों के माध्यम से अतिक्रमण की सच्चाई का पता कर सकते हैं। लेकिन सोसल मीडिया पर वन विभाग के कर्मचारियों का वीडियो तो सच्चाई पर पर्दा डालने का प्रयास है। उन्होंने प्रशासन से आग्रह किया है कि वो अतिक्रमण को रोकें अन्यथा उनके पास अतिक्रमण स्थल पर आकर भूखहडताल करने के अलावा और कोई चारा नहीं बचेगा। इस दौरान उनके साथ जिला कांग्रेस अध्यक्ष राकेश गुप्ता, मो0 इस्लाम, अनूप मेहता, ग्राम बंधियाचुॅंआ की सरपंच वैशाली कुजूर, उपसरपंच राजू चिर्रे, खैरबार का पूर्व सरपंच इंदर साय एवं ग्राम खैरबार के पूर्व सरपंच इंदर साय एवं बडी संख्या में ग्रामीण शामिल थे।