अम्बिकापुर।रेणुकूट-अंबिकापुर-कोरबा’ रेल मार्ग विस्तार परियोजना को बजट में सम्मिलित करने की मांग छत्तीसगढ़ के पूर्व उपमुख्यमंत्री टी एस सिंहदेव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर की है।
श्री सिंह देव ने पत्र में कहा है कि, छत्तीसगढ़ के उत्तरीय सीमावर्ती आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र सरगुजा संभाग की बहुप्रतीक्षित मांग ‘रेणुकूट-अंबिकापुर-कोरबा रेल मार्ग विस्तारीकरण को तत्कालीन केन्द्र सरकार (यूपीए) द्वारा स्वीकृति प्रदान की गई थी। पश्चात वर्ष 2020 में रेणुकूट से कोरवा बारास्ता अंबिकापुर, नई रेल लाईन 351 किलोमीटर का सर्वेक्षण कार्य पूर्ण हो चुका है। इसकी अनुमानित लागत 4973 करोड है। रिपोर्ट केन्द्रीय रेल्वे बोर्ड को भेज दी गई है।
यह रेलमार्ग सरगुजा के लिए लाईफलाईन साबित होगी। इस रेलमार्ग का विस्तार हो जाने से क्षेत्र की बड़ी आबादी को सुविधाजन्य आवागमन संभव हो जाएगा। साथ ही उद्योग, व्यापार, पर्यटन व तीर्थ का विकास होगा एवं शिक्षा व चिकित्सा जैसी अत्यावश्यक सुविधाएं सुलभ हो सकेंगी। छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती राज्यों उत्तर प्रदेश, ओड़िशा, झारखण्ड व मध्यप्रदेश के लगभग 30 ज्यादा जिलों की आबादी को इसका प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा।
उल्लेखनीय होगा कि, इस रेल मार्ग के जुड़ने से बनारस से विशाखापटनम तक सबसे छोटा रास्ता होगा, जिससे इस मार्ग के उद्योग, व्यापार व व्यावसाय को बल मिलेगा एवं उत्तर व दक्षिण भारत के प्रमुख नगरों तक सीधे पहुंच होगी।
छत्तीसगढ़ के सरगुजा अंचल एवं सीमावर्ती प्रदेशों के नागरिकगणो की ओर से मेरा आपसे सविनय अनुरोध है कि रेणुकूट-अंबिकापुर-कोरबा रेल मार्ग जिसका सर्वेक्षण कार्य भी पूर्ण हो चुका है, के विस्तारीकरण कार्य को पूर्ण कराये जाने हेतु आगामी बजट में सम्मिलित किये जाने के निर्देश रेल मंत्रालय को देने की कृपा करेंगे।