कुसमी( अमित सिंह)
बिजली की लगातार आंख मिचौली से इन दिनों विकासखंड कुसमी के ग्राम सहित नगर वासियों की नींद हराम हो गई है। लोगों की यह भी शिकायत है कि विद्युत विभाग के कर्मचारी फोन नहीं उठाते और वही कभी कभी ऑफिस में फोन नहीं लगता है फोन उठाने पर भी संतोषजनक जवाब नहीं मिलता है लाइट सप्लाई जल्दी हो जाएगा करके फोन काट दिया जाता है, विभाग की लचर व्यवस्था से लोगों को सही तरीके से बिजली आपूर्ति नहीं की जा रही है। विभाग के इस अव्यवस्था से जहां आम जन परेशान हैं वहीं व्यवसाई भी नाराज हैं। मौसम में उमस होने से परेशानी और भी ज्यादा भयावह होने लगी है थोड़े से आंधी तूफान और हल्की बारिश में ही कई घंटों तक विद्युत सप्लाई बंद रहती है, जिससे अंदेशा लगाया जा सकता है कि बिजली विभाग के कर्मचारी जमीनी स्तर पर कितने हद तक मजबूती से मुस्तैद हैं। बिजली की आंख मिचौली से रोजमर्रा की जिंदगी पटरी से उतरने लगी है। लेकिन लगता है बिजली विभाग समस्या से लोगों को निजात दिलाने को गंभीर ।
नहीं है कौन सुनेगा किसको सुनाएं
नगर में बिजली व्यवस्था लंबे समय से ठीक हिसाब से नहीं चल रही है चाहे जर्जर झूलते तारों की बात हो या जर्जर ट्रांसफार्मरों की। इन विषयों पर कभी विभाग संजीदा नजर नहीं आता ,सुधार के नाम पर काम चलाऊ मरम्मत की परंपरा के चलते अब लंबे समय तक की कटौती बड़ी समस्या बन चुकी है। मुश्किल यह है कि कर्मचारी और अधिकारी बिजली की व्यवस्था को लेकर गंभीर नहीं हैं ऐसे में लोग यही कह रहे हैं कौन सुनेगा किसको सुनाएं वाली कहावत चरितार्थ हो रही है।
पखवाड़े भर से बढ़ी समस्या
ज्ञात हो कि पखवाड़े भर से अधिक समय हो रही विद्युत कटौती से नगरवासियों का जीना मुहाल कर रखा है और बिजली बंद होने से नगर वासियों को पानी की भी दिक्कतें होती हैं ऐसे में विद्युत विभाग के कर्मचारियों अधिकारी को इस समस्या से लोगों को निजात दिलाने के लिए और प्रयास की आवश्यकता है ।
सुविधा में पीछे ,लेकिन बिल लेने में आगे।
बिजली विभाग द्वारा मार्च माह से पहले अपने बकाया राशि की वसूली को लेकर ज्यादा ध्यान देती है ,इसके बाद उपभोक्ता की सुविधा को लेकर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।बलरामपुर जिले में करीब 500 से अधिक ट्रांसफार्मर लगे हुए हैं उसमें 25 से 30 फ़ीसदी में लाइन लाश बना है इस लापरवाही के कारण जिले में करोड रुपए बिजली बिल बकाया पड़ा है वहीं बिजली की अवैध कटौती रखरखाव के नाम पर की जा रही है वहीं सैकड़ों गांव अंधेरे में पड़े हैं। शहर में तो अति कर रखा है एक पंखा और बल्ब का हजारों में बिजली बिल आ रहा है वही विकासखंड के विभिन्न स्थानों में ट्रांसफार्मर खराब पड़ा है जिसका रखरखाव नहीं हो पा रहा है, जिससे उपभोक्ताओं की परेशानी बढ़ी है।
ग्रामीण क्षेत्रों का ज्यादा बुरा हाल ।
कुसमी नगर के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्र में बिजली की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है ग्रामीण क्षेत्र के रहवासी आए दिन विद्युत कटौती की परेशानियों को झेल रहे हैं वही उमस भरी गर्मी परेशान किए हुए हैं तो दूसरी ओर मच्छर सोने नहीं दे रहे हैं वहीं महामारी का भय भी फैला हुआ है। लोग बीमार भी हो रहे हैं जिस के संबंध में बिजली विभाग के अधिकारियों को रहवासियों द्वारा बार-बार मौखिक तौर पर खराब पड़े ट्रांसफार्मर इत्यादि को बदलने के संबंध में अवगत भी कराया जा रहा है इसके बावजूद भी कार्यवाही बहुत ही धीरे-धीरे हो रही है।
रेखा राम साहू (सहायक अभियंता)- मैं अभी नया नया आया हूं बिजली की लचर व्यवस्था को सुधारने में पूरा प्रयास करूंगा।