प्रतापपुर. केवरा महान नदी में ठेकेदार के द्वारा सिंचाई विभाग द्वारा स्टाफ डेम कार्य 5 साल से अधूरा बनाकर छोड़ दिया गया है जो ग्रामीणों के लिए मौत का अड्डा बन गया है एक के बाद एक मौत से क्षेत्र में हड़कंप मचा हुआ है.
प्रतापपुर बिकाशखंड के ग्राम पंचायत केवरा के शेखर केसरवानी पिता रविंद्र केसरवानी उम्र15 वर्ष जिसका मृत्यु अधूरा बना स्टाफ डेम के गहरे पानी में डूबने के कारण मृत्यु हो गई है। शेखर केसरवानी अपने चार अन्य दोस्तों के साथ नहाने महान नदी स्टाफ डेम में गया था, दोस्तों के अवधेश राजवाड़े पिता बालेंद्र राजवाड़े उम्र 17 वर्ष. कुणाल भास्कर पिता घुरन भास्कर उम्र 16 वर्ष. मिलन पिता सुरेंद्र उम्र 15 वर्ष.हरबंस राजवाड़े पिता सुदर्शन राजवाड़े उम्र 14 वर्ष. ये पाँचो लोग दोपहर 1:00 बजे अपने घर से नहाने के लिए निकले. पाँचों ने मिलकर नदी में खूब नहाया.नहाने के बाद सभी लोग नदी से बाहर निकल गय.
फिर शेखर बोला की मैं फिर से एक बार नहाकर आ रहा हुँ फ़िर नदी की गहराई की ओर कूद गया. फिर दोस्तों ने देखा की देर बाद भी नहीं निकल रहा है. तब कुछ दोस्तों ने भी छलांग लगा दिये.बचाने के लिए. लेकिन नहीं बचा सके.तब तक शेखर महान नदी की 40 फिट की गहराई मे लुप्त हो गया था.और दोस्तों को भी ज्यादा तैरना आता नहीं था तब इनलोग तुरंत बाहर निकले और सबसे पहले ऐजाज अंसारी को बताय की शेखर नदी में डूब गया है जल्दी आईये.ऐजाज मौके पर तुरंत आया और गाँव के प्रतिष्ठित व्यक्ति प्रहलाद गुप्ता व शेखर के परिजनों को तत्काल सूचित किए सूचना आग की तरह गाँव में फैल गई.हजारों की भीड़ देखने ग्रामीण लोग नदी में पहुँच गए.फिर स्थानीय गोताखोरों की मदद से कई घंटा भारी मशक्कत करने के बाद देर शाम 5 बजे तक बहुत मुश्किल से शेखर का शव मिला,जिसे बाहर निकाले और पुलिस को सूचना दिये और पुलिस टीम और नायब तहशीलदार मौके पर पहुंचे इसके बाद पंचनामा बनाकर बच्चे का शव को पोस्टमॉर्टम किया गया और फिर परिजनों के सुपुर्द कर दिया.