अंबिकापुर.छत्तीसगढ़ के मैनपाट में शनिवार की देर रात एक बड़ा हादसा हुआ, जिसने पूरे क्षेत्र को हिलाकर रख दिया है। बरिमा गांव में एक घर में सो रहे 3 मासूम भाई-बहनों की जलकर मौत हो गई। बताया जा रहा है कि घटना के वक्त मां दूसरे कमरे में अपने चौथे बच्चे को देखने गई थी। आग लगने की खबर मिलते ही गांव के लोग पहुंचे और किसी तरह आग पर काबू पाया। घटना की सूचना मिलते ही सुबह कमलेश्वर पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को निकालकर पीएम के लिए अस्पताल भिजवाया। घटना से मैनपाट में शोक की लहर फैल गई है।
मैनपाट के ग्राम बरिमा पकरीपारा निवासी देवधन माझी किसी दूसरे राज्य में काम करने गया है। घर पर उसकी पत्नी सुधनी व 4 बच्चे रह रहे थे। पत्नी ही बच्चों की देखभाल कर रही थी।
शनिवार की रात 2 बेटियों व एक बेटे को एक कमरे में मां ने सुलाया था। इसी बीच देर रात करीब 2.30 बजे उस कमरे में आग लग गई।
आग इतनी तेजी से फैली कि नींद में रहे बच्चों को उठकर भागने का मौका भी नहीं मिला और तीनों की जलकर मौत हो गई। घटना के वक्त मां चौथे बच्चे को देखने दूसरे कमरे में गई थी। तीनों बच्चों की उम्र 10 साल के भीतर बताई जा रही है।
जैसे-तैसे आग पर काबू पाया
महिला का शोर सुनकर गांव के अन्य लोग मौके पर पहुंचे और जैसे-तैसे आग पर काबू पाया। इस दौरान बच्चों की जलकर मौत हो चुकी थी। फिर इस घटना की खबर गांववालों ने कमलेश्वरपुर थाने में दी। सूचना मिलते ही सुबह तहसीलदार व पुलिस की टीम घटनास्थल पर पहुंची।
हृदयविदारक घटना से मैनपाट में शोक का माहौल
घटना की खबर लगते ही बरिमा सहित आस-पास के गांवों के लोग वहां पहुंचे। पुलिस ने शवों को निकालकर पीएम के लिए अस्पताल भिजवा दिया है। इस हृदयविदारक घटना से मैनपाट में शोक का माहौल है। आग कैसे लगी, इसका पता नहीं चल सका है। ग्रामीणों ने घर में आग लगाने की आशंका जताई है।