21 March 2025
1 साल में 2071 की हुई जांच…1544 मरीजों में सुनाई से संबधित क्षमता में पायी गई कमी…. विश्व श्रवण दिवस पर स्पीच थैरेपी सेन्टर का उद्घाटन, मिलेगा लाभ
आयोजन राज्य स्वास्थ

1 साल में 2071 की हुई जांच…1544 मरीजों में सुनाई से संबधित क्षमता में पायी गई कमी…. विश्व श्रवण दिवस पर स्पीच थैरेपी सेन्टर का उद्घाटन, मिलेगा लाभ

Sarguja express….

अम्बिकापुर।विश्व श्रवण दिवस 03 मार्च के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय बधिरता नियंत्रण कार्यक्रम के तहत् श्रवण क्षमता के बचाव के लिये जागरूकता सबंधित कार्यक्रम सप्ताह भर 03 मार्च से लेकर 10 मार्च तक चलाये जा रहे हैं। इस कार्यक्रम के तहत संयुक्त संचालक स्वास्थ्य डॉ. अनिल कुमार व चिकित्सा महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. अविनाश मेश्राम द्वारा समीक्षा की गयी व नवीन स्पीच थैरेपी सेन्टर का उद्घाटन किया गया। श्रवण बाधित 5 मरीजों को समाज कल्याण विभाग के सहयोग से श्रवण यंत्र निःशुल्क प्रदान किया गया। वर्ष भर सुनाई से सबंधित 2071 जांच हुये जिसमें 1544 मरीजों में सुनाई से संबधित क्षमता में कमी पाया गया। सुनाई क्षमता में कमी का प्रमुख कारण संक्रमण ध्वनि प्रदूषक व कान में आई चोट पाई गई है वहीं 5 वर्ष से कम उम्र की आयु में श्रवण क्षमता में कमी का कारण अनुवांशिकी या 05 वर्ष तक बच्चों के श्रवण क्षमता पर ध्यान न देना व समय पर ईलाज न किया जाना पाया गया।

5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में बधिरता को काक्लियर इम्पलांट के माध्यम से पूरी तरह ठीक की जा सकती है। इसे ध्यान में रखते हुये शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय में काक्लियर इम्पलांट के लिये अधिष्ठाता द्वारा अभियान चलाकर कार्य करने की बात कही गयी। शासन के मंशा अनुरूप सभी काक्लियर इम्पलांट के योग्य बच्चों को बाल श्रवण योजना के तहत ऑपरेशन की सुविधा निकट भविष्य में चिकित्सा महाविद्यालय में शुरू किया जायेगा। काक्लियर इम्पलांट बच्चों को चिन्हांकित कर नवीन स्पीच थैरेपी सेन्टर के माध्यम से 6 महीने तक प्रशिक्षण दिया जायेगा। यह प्रशिक्षण पहले सप्ताह में 1 दिन होता था अब ये सुविधा सोमवार से शनिवार तक प्रत्येक दिवस मिलेगा। शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय में एक दिन के उम्र के बच्चों से लेकर बडों की श्रवण जांच क्षमता से सबंधित सभी ऑडियोमेट्री जांच पूर्णतः निःशुल्क उपलब्ध है।
संयुक्त संचालक सरगुजा संभाग अम्बिकापुर डॉ. अनिल कुमार राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत 0-18 वर्ष में सुनने की क्षमता की जांच अनिवार्य रूप से कराये जाने की बात रखी। कार्यक्रम में अस्पताल अधीक्षक डॉ.आर.सी.आर्या, सिविल सर्जन डॉ. जे. के. रेलवानी, डॉ. बी.आर. सिंह विभागाध्यक्ष नाक कान गला रोग, डॉ. जी. के. दामले, नोडल अधिकारी राष्ट्रीय बधिरता नियंत्रण कार्यक्रम अम्बिकापुर, सरगुजा डॉ. शैलेन्द्र गुप्ता ,अस्पताल सलाहकार सुश्री स्वास्ति शुक्ला, वशीउर रहमान ऑडियोलॉजिस्ट अंकित कुमार सिंन्हा, आभा साहू, सत्यप्रकाश पैकरा, मीना राव, संध्या साहू उपस्थित रहे।

 

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