22 November 2024
समर्पित सेवा भाव का अद्भुत नजारा दिखा छठ घाट (बांक नदी) में ….हाथ से हाथ मिले, 5 दिनों का काम महज 4 घंटे में कर दिखाया…..महामाया छठ सेवा समिति के साथ अनोखी सोच ने भी इस पुनीत कार्य के लिए अपने हाथ बढ़ाए, युवाओं में दिखा जोश
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समर्पित सेवा भाव का अद्भुत नजारा दिखा छठ घाट (बांक नदी) में ….हाथ से हाथ मिले, 5 दिनों का काम महज 4 घंटे में कर दिखाया…..महामाया छठ सेवा समिति के साथ अनोखी सोच ने भी इस पुनीत कार्य के लिए अपने हाथ बढ़ाए, युवाओं में दिखा जोश

अम्बिकापुर। नदी सिर्फ नदी नहीं, एक संस्कृति है और इस संस्कृति को खतरा उसमें कचरा फेंकने वालों से हमेशा रहता है। शहर के विभिन्न नदी तालाबों में हो भी यही रहा है। हर वर्ष छठ महापर्व से पहले शंकर घाट स्थित छठ घाट (बांक नदी) की साफ सफाई महामाया छठ सेवा समिति के द्वारा की जाती है। छठ पर्व को लेकर हर वर्ष महामाया छठ सेवा समिति के तत्वाधान में शंकर घाट स्थित छठ घाट की साफ सफाई बृहद रूप से की जाती है।

विगत वर्ष की तरह इस बार नगर की अनोखी सोच संस्था ने इस पुनीत कार्य के लिए अपने हाथ बढ़ाए। हाथ से हाथ मिले और जो काम 5 दिनों में होना था वह महज 4 घंटे में समर्पित सेवा भाव के कारण हो गया। 4 घंटे नदी व उसके आसपास के क्षेत्र में श्रमदान करते हुए कई ट्रैक्टर कचरा बाहर निकाला गया।

संस्था के सभी सदस्यों ने जिस तरीके से मेहनत की वह उनके समर्पित सेवा भाव को बताती है। कई जगह देखा जाता है कि अक्सर लोग श्रमदान का कार्य सिर्फ फोटो खिंचवाने तक ही सीमित रखते हैं, परंतु रविवार को शंकर घाट स्थित छठ घाट में श्रमदान का एक अलग ही रूप देखने को मिला।श्रमदान में लगे जितने भी लोग थे उनका ध्यान सिर्फ और सिर्फ वहां की गंदगी को समाप्त कर उसे साफ सुथरा करने की ओर था।
सुबह 10 बजे से श्रमदान का काम शुरू हुआ, जो दोपहर 2 बजे तक अनवरत चलता ही रहा। इस श्रमदान के बाद शंकर घाट छठ घाट की स्थिति पहले से बिल्कुल ही अलग नजर आने लगी। जिस तरह से नदी के अंदर और उसे किनारे कचरे का अंबार था, उसे महामाया सेवा समिति व अनोखी सोच के कार्यकर्ता एवं पदाधिकारियों ने मेहनत कर साफ कर डाला। इनके अलावा शहर के कई युवा भी इस पुनीत कार्य में लगे रहे।
इस दौरान महामाया छठ सेवा समिति के अध्यक्ष विजय सोनी, अनोखी सोच संस्था के अध्यक्ष सूर्यप्रकाश साहू, पंकज चौधरी, महामाया छठ सेवा समिति की ओर से संजीव मंदिलवार, सूटन सिंह, पप्पू ठाकुर, सनी कुशवाहा, कृष्णा, सौरभ दुबे, कार्तिकेय सोनी, यशवर्धन सिंह, आदित्य सिंह, अंजनी दुबे, कुणाल साहू ,गौतम, करण सिंह,शुभम् जायसवाल, अनोखी सोच संस्था से
सुनील साहू, दिनेश गर्ग, राकेश शुक्ला, पवन पांडेय,संतोष साहू, संजू चटर्जी, मोती ताम्रकार, गोपी साहू, बनाफर केरकेट्टा, नीरज साहू, मोनू कुजूर, भक्कू मुंडा,राजा बाबू, विकास साहू, गजानंद साहू, निशांत जायसवाल, भोला रक्सेल, दीपक सराठे, प्रदीप साहू, मुकेश मुंडा, रंजीत गुप्ता, सावन केरकेट्टा, सूरज साहू, डब्लू साहू, विकाश मिश्रा, अमित जायसवाल, राहुल शुक्ला, अनंगपाल दीक्षित, लखन सिन्हा, करताराम अग्रवाल, जितेंद्र सिंह , मनोज, देवकुमार साहू एवं पिंटू साहू सहित भारी संख्या में महामाया सेवा समिति व अनोखी सोच संस्था के सदस्य सहित उत्साही युवा मौजूद थे।

 

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