अम्बिकापुर। छत्तीसगढ़ का पहला नेशनल होम्योपैथिक सेमिनार अंबिकापुर में आयोजित किया गया जिसमें छत्तीसगढ़ से लेकर मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश ,झारखंड के होम्योपैथिक चिकित्सकों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इस पहले नेशनल होम्योपैथिक सेमिनार में वर्ल्ड के प्रथम होम्योपैथिक कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर आदिल चिम्थानावाला ने मौजूद चिकित्सकों को खासतौर पर हार्ट डिजीज, ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने की बारीकियां समझाई।
बता दें कि जाने-माने डॉक्टर आदिल चिम्थानावाला होमियोपैथ के विशेषज्ञ हैं। वह नागपुर में रहते हैं। वे लगभग 19 सालों से मेडिकल क्षेत्र में प्रैक्टिस कर रहे हैं। डॉ अदिल अस्पतालों और स्वास्थ्य संस्थानों के अलावा मेडिकल क्षेत्र में कई और तरह से भी सक्रिय हैं। इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च सेंटर और लता मंगेशकर हॉस्पिटल नागपुर से उन्होंने एमबीबीएस की डिग्री की है।इसके बाद डॉ आदिल ने डीएनबी जनरल मेडिसिन डिग्री नेशनल बोर्ड का एग्जामिनेशन मिनिस्ट्री ऑफ़ हेल्थ गवर्नमेंट ऑफ़ इंडिया से पूरी की है। एमबीबीएस व एमडी होने के बाद उन्होंने होम्योपैथी से पीएचडी भी की। अंतरराष्ट्रीय स्पीकर के रूप में माने जाने वाले डॉक्टर आदिल ने हाल ही में दुबई में एक कांफ्रेंस में अपने व्याख्यान दिए। कई हार्ट डिजीज को किस तरह से होम्योपैथी में ठीक किया जा सकता है इस पर उन्होंने अंबिकापुर में भी अपने विचार रखें। उन्होंने इन बीमारियों को नियंत्रित करने दवाओं के बारे में भी जानकारियां दी। वह अपने ऐसे मरीजों को किस तरह से ट्रीट कर रहे हैं उसके बारे में भी बारीकी से बताया। क्षेत्र में होम्योपैथिक की ओर लोगों का रुझान बढे इस लिहाज से यह नेशनल सेमिनार काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
सेमिनार में होम्योपैथिक मेडिकल एसोसिएशन अंबिकापुर के सेक्रेटरी डॉक्टर धीरज पांडे, प्रेसिडेंट डीआर सुशील मिश्रा, वाइस प्रेसीडेंट डॉ महेश गौतम, डॉ आनंद सोनी, कोषाध्यक्ष डॉक्टर ए एन द्विवेदी, मीडिया प्रभारी डॉ दीपक नीलकंठ, डॉ विजय यादव, डॉ जगन्नाथ ठाकुर,डॉ नेहा अग्रवाल, डॉक्टर अनीता, सहसचिव डा प्रियमदा पांडे, संरक्षक डॉक्टर धीरेंद्र तिवारी, डॉ एसके सिंह, डीआर अनीश अहमद, डॉ आनंद राज सोनी, डॉ यू एन तिवारी, डॉ अमीन फिरदौसी सहित भारी संख्या में होम्योपैथिक चिकित्सक मौजूद थे।