27 July 2024
सरगुजा संभाग में एचआईव्ही के एक्टिव मरीजों की कुल संख्या 1884, सरगुजा जिले के 502 मरीज…गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष एचआईव्ही मरीजों की संख्या में हुई बढ़ोत्तरी
आयोजन बैठक राज्य स्वास्थ

सरगुजा संभाग में एचआईव्ही के एक्टिव मरीजों की कुल संख्या 1884, सरगुजा जिले के 502 मरीज…गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष एचआईव्ही मरीजों की संख्या में हुई बढ़ोत्तरी

अम्बिकापुर।1 दिसम्बर विश्व एड्स दिवस पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ आर एन गुप्ता के निर्देश पर महाविद्यालयों में संगोष्ठी का आयोजन किया गया व एडस बिमारी के बारे में जानकारी दी गई। इस दौरान एड्स कंट्रोल सोसाइटी सरगुजा प्रभारी डॉक्टर शैलेंद्र गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि इस वर्ष 95/95/ 95 का लक्ष्य रखा गया है,जिसके तहत 95 प्रतिशत जनसंख्या का एडस के प्रति जागरूक करना एचआईव्ही संक्रमित व्यक्ति को एआरटी की दवाई उपलब्ध कराना व संक्रमण का स्तर वायरललोड के माध्यम से एचआईव्ही सक्रमित व्यक्ति की संख्या के 95 प्रतिशत करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। रेडक्रॉस सोसायटी, बिहान, संगता, आहना के माध्यम से जन जागरूकता का कार्यक्रम व एचआईव्ही संक्रमित मरीजों को मुख्य धारा से जोडने का काम किया जा रहा है।

सरगुजा संभाग में वर्तमान में एचआईव्ही के एक्टिव मरीजों की कुल संख्या 1884 है जिसमें सरगुजा जिले के 502 मरीज है। गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष एचआईव्ही मरीजों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है।

एचआईव्ही के मरीज संक्रमण के पश्चात् पूरी तरह से सामान्य रहते है। 4 से 12 सप्ताह तक एचआईच्ही संक्रमण होने के बावजूद भी एचआईव्ही के सामान्य जाँच में बिमारी की पहचान नहीं हो पाती जिसे विडो पिरीएड कहते हैं ।एचआईव्ही संक्रमित व्यक्ति 5 से 10 वर्ष तक बिना किसी लक्षण के रह सकता है। यदि एचआईव्ही संक्रमित व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हुई है तो उस समय एचआइव्ही नरीज एक्वार्ड इम्यूनो डेफिसियेंसी सिड्रोम से पिडित हो जाता है जिसे एड्स के नाम से जानते है। जो कि जानलेवा बिमारी साबित होता है। वर्तमान में एड्स से बचाव के लिये कोई भी वैक्सीन उपलब्ध नहीं है जागरूकता व बचाव से इस लाईलाज बिमारी से बचा जा सकता है। एचआईव्ही संक्रमित व्यक्ति में टीबी होने की संभावना सर्वाधिक होती है।

वर्तमान में सभी एचआईव्ही मरीज को एडस से बचाव के लिये एआरटी दवाई देने का प्रावधान है व 6 महीने में संक्रमण का स्तर जानने के लिये वायरललोड की सुविधा मेडिकल कॉलेज स्तर पर उपलब्ध है ये सभी सुविधा पूर्णतः निःशुल्क हैं। कार्यक्रम में एआरटी से सतीश कुशवाहा सुशील तिवारी प्रवीण चामंत्री राजवाडे, आराधना तिर्की अभिजित चटर्जी राखी चटर्जी, पिकी श्रीवास्तव दीपिका कश्यप सबीना बनवासी यादव, संजय श्रीवास्तव, हनी गोटलीब, नवनीत, महेन्द्र तिवारी पिरामल फाउडेशन से उपस्थित रहे।

 

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