अंबिकापुर।होली क्रॉस संस्था द्वारा पटपरिया में बनाया गया नया भवन आमजन के लिए जहां मुसीबत बना हुआ है वहीं अब होली क्रॉस प्रबंधन विद्यालय प्रबंधन समिति की ओर से प्रातः छात्रों को स्कूल लाने तथा छुट्टी के पश्चात उन्हें वापस लेकर जाने वाले वाहनों के मार्ग के संबंध में नियम निर्धारित किए गए है। प्राचार्य ने सभी अभिभावकों को इन नियमों के संबंध में पत्र जारी कर दिया है।प्रात. विद्यालय आगमन के समय सभी दो पहिया और चार पहिया वाहन ऑटो और पैदल छात्र मुख्य मार्ग (दशमेश स्कूल मार्ग) से आएगें। विद्यालय परिसर के भीतर आकर छात्रों को उतारेंगे और विद्यालय के पिछले गेट से निकल कर पुराने स्कूल के सामने (मनोज जनरल स्टोर) के बगल से मनेन्द्रगढ़ मार्ग पर निकलेंगे।
दोपहर में छुट्टी के समय चार पहिया वाहन, ऑटो मनेन्द्रगढ़ मार्ग पुराने स्कूल के सामने स्थित (मनोज जनरल स्टोर के बगल से) विद्यालय के पिछले ग्राउण्ड पर आयेंगे और छात्रों को लेकर विद्यालय के मुख्य द्वार से दशमेश स्कूल मार्ग होते हुए मनेन्द्रगढ़ मार्ग पर निकलेंगे।
विद्यालय के पिछले मार्ग पर दो पहिया वाहन नहीं जाएंगे। दो पहिया वाहन और पैदल छात्र मुख्य मार्ग (दशमेश स्कूल मार्ग) से ही आना-जाना करेंगे। ध्यान रखें यह एकांगी मार्ग है, इस हेतु निर्धारित नियम का पालन करें। आवागमन से संबंधित उपरोक्त नियम सोमवार 3 जुलाई से प्रभावशील होंगे।
गौरतलब है कि होली क्रॉस संस्था द्वारा पटपरिया में बनाया गया नया भवन जिसमे कक्षा 5 से कक्षा 12 तक के समस्त बच्चों को उक्त भवन में अध्ययन एवं अध्यापन हेतु स्थानांतरित किया है। उक्त नए भवन मे आने जाने हेतु एकमात्र 18 फीट की गली है, जो आगे जाकर 12 तक संकरी हो जाती है। इसी सकरी गली से रोजाना हजारों बच्चों के आने जाने से हर रोज जाम की स्थिति निर्मित हो रही है। स्थिति यह है कि यदि कोई अप्रिय स्थिति बनी रहेगी तो मोहल्लेवासी एवं छात्र उक्त क्षेत्र से आसानी से निकल भी नही पायेंगे। हर रोज की समस्याओं को देखते हुए पटपरिया निवासी धनंजय मिश्रा के द्वारा इसकी शिकायत भी स्थाई लोक अदालत की है। बता दें कि राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 43 में संभाग का सबसे बडा महाविद्यालय पी जी कॉलेज, दशमेश पब्लिक स्कूल, सेन्ट्रल स्कूल, बचपन प्ले स्कूल कृषि महाविद्यालय एव हॉली क्रॉस कॉन्वेन्ट, हॉली क्रॉस का हिन्दी माध्यम स्कूल, हॉलीक्रॉस महाविद्यालय स्थित है। जिसमे रोजाना लगभग 10 हजार छात्र / छात्राएं अध्ययन हेतु उक्त संस्थाओं में पहुंचते है। नए भवन मे कक्षा 6 से कक्षा 12 वी तक प्रत्येक कक्षा में लगभग 5-6 वर्ग और प्रत्येक वर्ग में औसतन 65 बच्चे अध्ययनरत है। लगभग 3000 बच्चे रोजाना 4-5 बस 70-80 वेन, लगभग 200 चार पहिया एवं लगभग 500 दुपहिया वाहनों में आना-जाना करते है।