26 December 2024
वज्रपात चेतावनी…आकाशीय बिजली से कैसे खुद को रख सकते हैं सुरक्षित…..ग्रामीण कृषि मौसम सेवा के अनुसन्धान सहायक यमलेश निषाद ने दी महत्वपूर्ण सलाह
अपील मौसम राज्य सलाह

वज्रपात चेतावनी…आकाशीय बिजली से कैसे खुद को रख सकते हैं सुरक्षित…..ग्रामीण कृषि मौसम सेवा के अनुसन्धान सहायक यमलेश निषाद ने दी महत्वपूर्ण सलाह

अम्बिकापुर।राज्य में मॉनसून की एंट्री हो चुकी है. मॉनसून की एंट्री के साथ ही प्रदेश के दक्षिण बस्तर क्षेत्र व मैदानी क्षेत्र के मौसम में भारी बदलाव आया है .मानसून के साथ आकाशीय बिजली ने भी दस्तक देकर अपना कहर बरसाना शुरू कर दिया है. ऐसे में खेतों में काम करने वाले किसान पशुपालक, कामकाजी आदमी और टहलने जा रहे लोग इस आकाशीय बिजली का शिकार होते हैं. यह समस्या आज से नहीं बल्कि सदियों से चली आ रही है. जिस वजह से खेत में काम कर रहे या खाली जगहों पर रह रहें लोगों ई मौत भी हो जाती है l

राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के मुताबिक, हर साल बिजली गिरने से औसतन 2500 लोगों की जानें जाती है. आए दिन कई राज्यों में आकाशीय बिजली गिरने के मामले देखने को मिल रहे हैं l
ग्रामीण कृषि मौसम सेवा के अनुसन्धान सहायक यमलेश निषाद ने भारत सरकार द्वारा आकाशीय बिजली सम्बन्ध में बनाये गए दामिनी एप को अपने मोबाइल के प्ले स्टोर में जाकर डाउनलोड कर अपने आसपास 40 किमी दायरे में बिजली गिरने के पूर्व चेतावनी 40 मिनट पहले प्राप्त कर सकते हैं एवं दिए निर्देशों का पालन कर स्वयं व परिवार को बचा सकते है l
इसके अतिरिक्त बारिश के दौरान खेतों, खुले मैदानों, पेड़ों या किसी ऊंचे खंभे के पास न जाएं. क्योंकि इनमें बिजली गिरने की संभावना सबसे ज्यादा होती है l
बिजली से खुद को बचाने का सबसे अच्छा तरीका एक सुरक्षित, बंद जगह ढूंढना है. वायरिंग और प्लंबिंग वाली किसी बड़ी इमारत, जैसे घर या कार्यालय की इमारत में आप खुद को बचा सकते हैं l
तूफान के दौरान खुले मैदानों, पहाड़ी चोटियों और ऊंची जमीन से बचें. बिजली किसी क्षेत्र की सबसे ऊंची जगहों पर गिरती है, इसलिए संभावित बिजली के पोल या खंभे से दूर रहना जरूरी है. यदि आप बाहर हैं तो निचली भूमि या घाटी वाले जगहों पर रह सकते हैं l
तूफान के दौरान झीलों, नदियों और तालाबों जैसे जगहों से दूर रहें l
आंधी के दौरान बिजली के उपकरणों, जैसे लैंडलाइन फोन, कंप्यूटर, या अन्य प्लग-इन डिवाइस का उपयोग करने से बचें. बिजली बिजली के तारों के माध्यम से फैल सकती है और खतरा पैदा कर सकती है.
तूफान बीत जाने के बाद भी, तुरंत बाहर ना निकलने. कम से कम 30 मिनट तक इंतजार करना जरूरी है. बिजली देर से गिर सकती है, और जब तक तूफान पूरी तरह से दूर नहीं हो जाता तब तक खतरा बना रह सकता है.
खराब मौसम में जमीन के सीधा संपर्क से बचें और खाट या फिर बेड्स पर रहें. या फिर जमीन पर नंगे पैर न रहें. रबर की चप्पलों का प्रयोग करें.
यह पता लगाना आसान है कि किसी को बिजली का झटका लगने वाला है. इसके लिए जब भी आप खराब मौसम में घर से बाहर जाएं या घर के अंदर ही रहें और आपके सिर पर बाल खड़े हो जाएं और त्वचा में झुनझुनी होने लगे तो समझ जाएं कि आपको करंट लग सकता है. इस कारण तुरंत झुक जाएं और अपने कानों को हाथों से ढक लें.
तेज हवाओं के साथ आंधी-तूफान को देखते हुए, बगीचों, सब्जियों की कटाई में यांत्रिक सहायता प्रदान करें।
यदि किसान खेत में हैं और उन्हें कोई आश्रय नहीं मिल रहा है, तो क्षेत्र की सबसे ऊंची वस्तु से बचें। यदि आस-पास केवल अलग-थलग पेड़ हैं, तो सबसे अच्छी सुरक्षा खुले में झुकना है।
जानवरों को खुले पानी, तालाब या नदी से दूर रखें। जानवरों को ट्रैक्टर और अन्य धातु कृषि उपकरणों से दूर रखें। खड़ी फसलों से अतिरिक्त पानी निकाल दें। कटी हुई उपज (यदि खेत में हो) को पॉलिथीन शीट से ढक दें। बिजली के उपकरण या तारों के संपर्क से बचें। किसी भी धातु – ट्रैक्टर, कृषि उपकरण और साइकिल – के संपर्क से दूर रहें। धातु या अन्य सतहों के रूप में जो बिजली का संचालन करती हैं। अपने जानवरों को पेड़ों के नीचे इकट्ठा न होने दें। अपने जानवरों पर करीब से नजर रखें और उन्हें अपने सीधे नियंत्रण में रखने का प्रयास करें।

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