अंबिकापुर.शहर के कार्मेल स्कूल मे अध्ययनरत मृतक नाबालिग छात्रा द्वारा घर मे फांसी लगाकर आत्महत्या करने के मामले मे सरगुजा पुलिस द्वारा त्वरित कार्यवाही कर सर्वप्रथम मर्ग कायम कर जांच मे लिया गया, मर्ग कायमी पश्चात पुलिस टीम द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण कर छात्रा का सुसाइड नोट मौक़े से बरामद किया गया, एफ.एस.एल. टीम, पुलिस टीम द्वारा मौक़े से साक्ष्य एकत्रित कर मृतक नाबालिग छात्रा का पोस्टमार्टम कराया गया, प्राप्त पोस्टमार्टम रिपोर्ट एवं सुसाइड नोट के आधार पर स्कूल की शिक्षिका सिस्टर मर्सी के विरुद्ध अपराध सबूत पाये जाने से आरोपी शिक्षिका के विरुद्ध थाना मणीपुर मे धारा 305 भा.द.वि. का अपराध दर्ज कर आरोपियाँ कों गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय के समक्ष पेश कर न्यायिक अभिरक्षा मे भेजा गया हैं। न्यायालय ने भी शिक्षिका की जमानत याचिका खारिज कर दी.
बता दें कि जानकारी के मुताबिक शहर के दर्रीपारा निवासी परियोजना क्रियान्वयन इकाई क्रमांक 2 अंबिकापुर उप अभियंता आलोक कुमार सिन्हा की 12 वर्षीय इकलौती पुत्री अर्चिशा सिन्हा शहर के कार्मेल स्कूल में कक्षा 6वीं की छात्रा थी।वह मंगलवार की रात 9 बजे अपने कमरे में पंखे के सहारे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। छात्रा ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है जिसमें उसने स्कूल की शिक्षिका पर कई दिनों से प्रताडि़त व कक्षा में दोस्तों के सामने अपमानित करने का आरोप लगाया है।
आत्महत्या करने से पहले छात्रा ने सुसाइड नोट में उसके पिता के अनुसार लिखा है कि मर्सी सिस्टर ने उसका आई कार्ड छीना। वह बहुत ज्यादा पनिशमेंट देती है।
अब मेरे पास मरने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं है। मैं सिस्टर से बदला लूंगी, वह बहुत बुरी और डेंजरस है। प्लीज मेरे जितने भी दोस्त हैं उन्हें पनिशमेंट न दें। सिस्टर मर्सी व सिस्टर जीवा पढ़ाते भी हैं और टॉर्चर भी करते हैं।
इस घटना के बाद से अभिभावक संघ सहित भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने आक्रोशित होकर प्रदर्शन भी किया. जांच उपरांत पुलिस ने अपराध सबूत पाए जाने पर स्कूल की शिक्षिका सिस्टर मर्सी के विरुद्ध अपराध दर्ज करते हुए. गिरफ्तार कर लिया है. शिक्षिका ने अपने वकील के माध्यम से न्यायालय में जमानत की अर्जी लगाई थी जिसे न्यायालय ने खारिज कर दिया. शिक्षिका को जेल भेज दिया गया है.