27 July 2024
नशेड़ियों के विरुद्ध कोई ठोस कार्यवाही अब तक नही हो पाई… इधर रामानुजगंज में बढ़ती नशे की लत चिंता जनक
क्राइम राज्य समस्या

नशेड़ियों के विरुद्ध कोई ठोस कार्यवाही अब तक नही हो पाई… इधर रामानुजगंज में बढ़ती नशे की लत चिंता जनक

रामानुजगंज। नगर में लगातार नशे की लत बढ़ते जा रही है, खास तौर पर इसकी चपेट में 12-13 वर्ष से 19-20 वर्ष तक के युवा आ रहे हैं। नशा करने वाले टीनएजर नशीला इंजेक्शन ले रहे हैं, वही नशीला कफ सिरप,टेबलेट व सूंघ कर भी नशा कर रहे हैं। यहां तक की नशा के लिए गांजा का भी सहारा ले रहे हैं। नगर में जितनी छोटी मोटी चोरी और असमाजिक गतिविधियों हो रही है उसमें यही नशेड़ी युवक सम्मिलित रह रहे है। कई बार यह प्रमाणित भी हुआ है और नगर के लोग जानते भी है। नशेड़ियों के विरुद्ध कोई ठोस कार्यवाही अब तक नही हो पाई है जिस कारण नशा का बढ़ता प्रचलन कम नहीं हो पा रहा है। नगर में बढ़ते नशा के प्रचलन को लेकर पूरे नगरवासी खासकर नशेड़ी युवकों के अभिभावक काफी चिंतित है समय रहते समाज एवं पुलिस को इस और गंभीरता से ध्यान जाने की आवश्यकता है।

गौरतलब है कि नगर में लंबे समय से नशा के गिरफ्त में टीनएजर आ रहे हैं वहीं कुछ महीने से एका एक नशा का प्रचलन काफी बढ़ गया है। स्थिति यह हो गई है कि नगर के जितने भी सुनसान इलाके हैं वहां शाम ढलते ही नशेड़ी युवकों का जमावड़ा देखा जा सकता है खासकर मुक्तिधाम, शिव मंदिर के पीछे पुरानडीह रोड, वार्ड क्रमांक 2,स्वामी आत्मानंद स्कूल के पीछे, सरस्वती शिशु मंदिर के पीछे,वनवाटिका,पल्टनघाट सहित कई ऐसे स्थान है जहां पर नशेड़ी युवकों का जमावड़ा देखा जा सकता है। नशा करने वाले युवकों की गवाही देने के लिए वहां पर फेके गए नशीला कफ सिरप नशीला इंजेक्शन का सीसी, टैबलेट सहित अन्य नशा करने का सामान मिल जाएगा। नशेड़ी युवको का आतंक दिन प्रतिदिन नगर में बढ़ते जा रहा है स्थिति यह है की पहले नशेड़ी युवक अपने घर से चोरी करते हैं उसके बाद फिर समाज के लिए घातक बन रहे हैं।

संभ्रांत लोगों से कर रहे हैं गाली गलौज

नगर में नशेड़ी युवको का ऐसे स्थान पर भी जमावड़ा है जहां पर अगल-बगल संभ्रांत लोग रहते हैं जब वह नशा करने वाले युवकों को टोका टाकी करते हैं तो वे गाली गलौज पर उतर जा रहे हैं स्थिति ऐसी हो रही है कि कब मारपीट हो जाए कहा नहीं जा सकता है।

सख्ती के साथ समझाइस की भी है आवश्यकता

जिस प्रकार से नशा का प्रचलन बड़ा है उसे रोकने के लिए सामाजिक स्तर में जन जागृति एवं समझाइस देने की आवश्यकता है। वहीं समय-समय पर सख्ती से कार्यवाही से भी नशेड़ी युवको में डर बैठेगा जिससे वे असामाजिक गतिविधियों में संलग्न होने से डरेंगे।

 

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