27 July 2024
धान खरीदी केंद्र में कर्मचारियों ने ग्रामीण किसान से कहा…हम तो घूस लेबे करेंगे… और ले लिए पैसे… वीडियो हो रहा है वायरल
अनियमितता आरोप राज्य समस्या

धान खरीदी केंद्र में कर्मचारियों ने ग्रामीण किसान से कहा…हम तो घूस लेबे करेंगे… और ले लिए पैसे… वीडियो हो रहा है वायरल

 

धान समिति त्रिकुंडा उपकेंद्र बागरा में कर्मचारी द्वारा धान खराब होने के नाम पर अवैध रूप से रूपए उगाही

क्षेत्र के ग्रामीणों द्वारा की जा रही कार्रवाई की मांग

रामचंद्रपुर।जिला बलरामपुर के ब्लॉक रामचंद्र पुर धान समिति त्रिकुंडा उपकेंद्र बागरा में सरकार द्वारा धान खरीदी केंद्र का स्थापना किया गया ,जहां पर पदस्थ कर्मचारी क्षेत्र के सभी किसानों से 200/- रूपए अवैध रूप से ले रहा है। कर्मचारी के द्वारा ग्रामीण किसान से पैसे लेते हुए वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें कर्मचारी किस से घूस लेते हुए स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है।
कर्मचारी द्वारा बोला जा रहा है कि – हम त लेबे करेंगे, दीजिए किसान बोल रहा है कि खुला नहीं है कर्मचारी बोल रहा है कि खुला देंगे हमारे पास खुला देने का भी सब व्यवस्था है, कर्मचारी बोल रहा है कि कितना देंगे, किसान 100/- रूपए घुस देने बोलते हुए पर्याप्त बता रहा है, कर्मचारी 200/- रूपए से कम नहीं लेता हूं इतना मेरा घुस लेने का निर्धारित है, किसान घुस नहीं लेने का निवेदन करता है उतना मत लीजिए लेबर को भी मजदूरी देना होगा। कर्मचारी बोला कि मैं वाजिब घुस लेता हूं वैसा बात नहीं है मैं जबरदस्ती दो सौ रुपए से ज्यादा नहीं लुंगा। आइए धान के पास लिख दे रहा हूं, जगदेव चाचा से रजिस्टर में एंट्री कराने बोला गया, अंत में कर्मचारी द्वारा किसान से 5 सौ रुपए का नोट घुस ले ही लेता है और कर्मचारी के वादे के मुताबिक 3 सौ रुपए किसान को बाइज्जत वापस कर देता है, इसी प्रकार से सभी किसानों से घुस लेने का काम अवैध रूप से किया जा रहा है। शोसल मिडिया में यह विडियो तेजी से वायरल हो रहा है और संबंधित कर्मचारी के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करने की मांग किया जा रहा है। कर्मचारी द्वारा बिना भय का घूस लेने का काम किया जा रहा है। ग्रामीणों ने उक्त कर्मचारी के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है ताकि आगे किसी भी ग्रामीण किसान को दिक्कत का सामना न करना पड़े।

विडियो में कर्मचारी और किसान के बीच वार्तालाप इस तरह है

कर्मचारी – हम त लेबे करेंगे, दीजिए।
गरीब किसान- खुल्ला नहीं है सर।
कर्मचारी – खुल्ला देंगे न भाई, हमारे पास सब व्यवस्था है।
कर्मचारी -कितना देंगे अभी, बताईए।
गरीब किसान -सौ गो रूपिया काफी है।
कर्मचारी -दो सौ रुपईया से कम तो मैं लेबे नहीं करता हूं। धान खराब हो जाता है….
गरीब किसान – मत ओइसे मुड़ा। (मत ज्यादा लीजिए)
कर्मचारी -आइए धान के पास लिख दे रहा हूं।
मैं घुस वाजिब लेता हूं, वैसा नहीं है, मैं जबरदस्ती दो सौ रुपईया से ज्यादा नहीं लुंगा, जगदेव चाचा जी से रजिस्टर में एंट्री करा लीजिए, चाचा यहां देखिए।

 

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