27 July 2024
जनपद पंचायत कुसमी के ग्राम पंचायत भगवानपुर में फिर सरपंच – सचिव ने मिलकर किया लाखों रुपए का गबन,ग्रामीणों ने सचिव एवं सरपंच की कार्य शैली पर लगाया सवालिया निशान
आरोप राज्य

जनपद पंचायत कुसमी के ग्राम पंचायत भगवानपुर में फिर सरपंच – सचिव ने मिलकर किया लाखों रुपए का गबन,ग्रामीणों ने सचिव एवं सरपंच की कार्य शैली पर लगाया सवालिया निशान

कुसमी।जनपद पंचायत कुसमी अंतर्गत ग्राम पंचायत भगवानपुर में सरपंच सचिव द्वारा लगातार भ्रष्टाचार का तांडव खुलेआम मचाया जा रहा है, सचिव के द्वारा पंचायत अधिनियम की धज्जियां उड़ाते हुए लाखों रुपए का हेरा फेरी अनवरत किया जा रहा है।जहां पूर्व में भी ग्रामीणों के द्वारा सचिव एवं सरपंच के कार्य शैली पर सवालिया निशान लगाते हुए उन पर लाखों रुपए गबन का आरोप लगाया गया है ,दोनो के मिली भगत एवम कुछ अधिकारी के साठ गांठ के कारण दोनो ने बिना निर्माण कार्य किए अपने चहेतो एवं सचिव अपने पत्नी के खाते में लाखों रुपए का आहरण किया है, जिसकी जांच टीम भी बनी जनपद पंचायत कुसमी द्वारा जांच भी कराया गया जांच में सचिव एवं सरपंच दोषी भी पाए गए किंतु आखिर किस कारण से आज दिनांक तक सरपंच एवं सचिव के खिलाफ ना तो वसूली की कार्यवाही की जा रही है ना तो सचिव के खिलाफ दंडात्मक कार्यवाही की जा रही है। इस विषय वस्तु को गंभीरतापूर्वक लेते हुए कई जिले के सवांददाताओ द्वारा अपने अखबार में इस विषय को प्रमुखता के साथ प्रकाशित भी कर चुके हैं,लेकिन आज तक जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी के द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है।

अभी अभी ताजा मामला ग्राम पंचायत भगवानपुर का यह सामने आया कि 15 वा वित्त मद वर्ष 2023-24 में सरपंच एवं सचिव के द्वारा बाउचर क्रमांक XVFC/2023-23/P/1/कार्य कोड 79214236 वाउचर दिनांक -27/06/23 के तहत सामुदायिक पशु आश्रय निर्माण कार्य के नाम पर 15000.00( पन्द्रह हजार ) रुपए ,वाउचर क्रमांक -XVFC/2023-24/P/2 कार्य कोड 79212480 वाउचर दिनांक -27/06/2023 के तहत अमृत सरोवर जीर्णोधार कार्य बास तालाब के नाम पर 25000.00(पच्चीस हजार) क्रमश: वाउचर क्रमांक XVFC/2023-24/P/3 कार्य कोड 79211881 वाउचर दिनांक 27/06/2023 के तहत गोठान के पास ढोढी निर्माण कार्य के नाम पर 48000.00(अड़तालिस हजार ) रुपए एवम वाउचर क्रमांक XVFC/2023-24/P/4 कार्य कोड 79211881 वाउचर दिनांक-27/06/2023 के तहत ढोढ़ी निर्माण कार्य गुड़ा कोना में, के नाम पर 52000.00(बावन हजार रुपए ) का आहरण किया गया कुल मिलाकर ₹140000.00(एक लाख चालीस हजार रुपए ) का आहरण किया गया । ये पूरा का पूरा आहरण ग्राम पंचायत श्रीकोट निवासी भगतू राम बुनकर के खाते में किया गया। इस संबंध में जब भगतु राम निवासी ग्राम श्रीकोट से संपर्क किया गया तो उनके द्वारा यह बताया गया कि सचिव तिलीम साय के द्वारा मुझे विगत कई माह से पैसे के लिए टालमटोल किया जा रहा था ,मेरे द्वारा सामुदायिक पशु आश्रय का ही निर्माण कार्य कराया गया है जिसका पैसा ₹15000 होता है। बाकी शेष पैसा सचिव मेरे खाते में डलवाया …इसके बाद बचा पैसा को अपने खाते में तत्काल मेरे से फोन पे के माध्यम से आहरित करवा लिया। जानकारी हेतु बता दें कि सचिव के द्वारा पूर्व में भी पंचायत भवन जीर्णोद्धार के नाम पर अपनी पत्नी के खाते में ₹120000.00(एक लाख बीस हजार रुपए ) की राशि का आहरण फर्जी बिल वाउचर के आधार पर कराया जा चुका है जिसकी जांच रिपोर्ट भी आ चुकी , विभाग के द्वारा जांच प्रतिवेदन भी बनाकर अपने उच्च को प्रेषित भी किया जा चुका हैl भगतू राम ने बताया कि मुझे जीएसटी नंबर इन सब के बारे में कुछ पता नहीं है सचिव से मुझे ₹15000 लेना था उसने यह बोला कि बाकी पैसा भी मैं तुम्हारे खाते में डलवा दे रहा हूं तुम मुझे निकाल कर दे देना , मेरे द्वारा इमानदारी पूर्वक सचिव के कहे अनुसार अपना पैसा रख कर बाकी सचिव को पैसा ट्रांसफर कर दिया गया, मेरे पास मात्र पेनकार्ड है और किसी प्रकार का कोई जीएसटी नंबर नहीं है। इससे अंदेशा लगाया जा सकता है कि बिना जीएसटी प्रमाण पत्र धारक व्यक्ति के नाम पर उस व्यक्ति को अंधेरे में रख कर पूर्ण रूप से फर्जी बिल लगाकर राशि का आहरण अपने निजी लाभ के लिए कराया गया और आहरित राशि में से कुछ राशि छोड़कर बाकी राशि का आहरण अपने खाते में करवाया …आखिर इससे अधिक शासन प्रशासन को क्या प्रमाण चाहिए आखिर क्या मजबूरी है जिला पंचायत के अधिकारियों की कि वे इतने तमाम सबूतों के बावजूद भी भ्रष्ट सचिव एवं सरपंच पर किसी प्रकार का कोई भी शासन के नियमानुसार दंडात्मक कार्यवाही नहीं कर रहे हैं ???कार्यवाही ना होने के कारण सचिव के हौसले बुलंद हैं। यदि नियम की बात करें तो इन आहरित राशियों का ना तो ग्राम पंचायत के द्वारा तकनीकी स्वीकृति ली गई, ना तो तकनीकी अधिकारी के द्वारा इसका मूल्यांकन कराया गया ,ना तो मूल्यांकन का सत्यापन अनुविभागीय अधिकारी ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग से कराया गया है कुल मिलाकर पूर्ण रूप से फर्जी दस्तावेज के आधार पर बिना निर्माण कार्य कराए जाने का प्रचलन ग्राम पंचायत भगवानपुर में शुरू से सचिव तिलीम साय के द्वारा किया जा रहा है, प्रशासनिक अधिकारियों के लगाम न लगाने के कारण सचिव के हौसले दिन प्रतिदिन बुलंद नजर आते जा रहे हैं।

सरपंच ग्राम पंचायत भगवानपुर -राशि का आहरण तो किया गया है इसका जानकारी तो है लेकिन उसी पैसा को भगतू राम को दिया गया था और भगतू राम सचिव के खाते में पैसा डाला है इसका जानकारी मेरे को नहीं है।

सचिव ग्राम पंचायत भगवानपुर – पैसा भगतु राम के खाता में डलवाया हूं ,और पूरा का पूरा पैसा थोड़ी ना अपने खाता में डलवाया हू ।

मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत कुसमी -आप मुझे थोड़ा लिख कर दीजिए मैं गंभीरता से इसे दिखवाता हूं ,थोड़ा सा मीटिंग में हूं मीटिंग से निकलने के बाद संपर्क करूंगा ।

मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत बलरामपुर -पहले जो शिकायत किया गया था उसका जांच प्रतिवेदन मेरे पास आ गया है, नियमानुसार सचिव एवं सरपंच के ऊपर कार्यवाही की जाएगी। अभी आप यह जो नया मामला बता रहे हैं इसका भी मैं जांच करवाती हूं।

 

 

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