Sarguja express….
अम्बिकापुर ।सरगुजा पुलिस द्वारा अवैध जुआ सट्टा के विरुद्ध लगातार सख़्ती से कार्यवाही कर आरोपियों की धरपकड़ की जा रही हैं, इसी क्रम मे 13 जनवरी
कों थाना प्रभारी कोतवाली कों मुखबीर से सूचना प्राप्त हुआ कि सरगुजा साइकल स्टोर के सामने सुधीर गुप्ता अपने घर के कमरे मे ऑफिस बनाकर टीवी सेटअप लगाकर क्रिकेट मैच मे ऑनलाइन सट्टा का खेल पैसा रूपया का दाँव लगाकर खेलवा रहा हैं। उक्त सूचना से वरिष्ठ अधिकारियो कों अवगत कराया गया। पुलिस अधीक्षक सरगुजा योगेश पटेल द्वारा अवैध जुआ सट्टा के मामले मे पुलिस टीम कों सख़्ती से कार्यवाही किये जाने के दिशा निर्देश दिए गये, इसी क्रम मे नगर पुलिस अधीक्षक रोहित शाह के नेतृत्व मे थाना कोतवाली एवं साइबर सेल पुलिस टीम द्वारा सूचना पर मौक़े पर रेड कार्यवाही करने पर सरगुजा सायकल स्टोर के सामने पतली व सकरी गली में पहला कमरा का लोहे का दरवाजा खुला मिला। जिसके अंदर प्रवेश करने पर तीन व्यक्ति कुर्सी में बैठ कर एक प्लास्टिक टेवल पर एटीएम कार्ड, पास बुक, चेक बुक, क्यूआर स्टैण्ड, मोबाईल, रजिस्टर, पैसा, व अन्य सामान रख कर एलईडी टीव्ही में किकेट लिग मैच देखते मिले। तीनों से नाम पता पुछने पर अपना अपना नाम राहुल अग्रवाल उर्फ विक्की पिता प्रयाग राज अग्रवाल उम्र 27 वर्ष निवासी बिलासपुर चौक के पास थाना मणीपुर जिला सरगुजा, श्रीकांत अग्रवाल पिता स्व. बाबुलाल अग्रवाल उम्र 46 साल निवासी महामाया रोड सुदामा होटल के पास थाना कोतवाली अम्बिकापुर ,राहुल कुमार सोनी पिता शंकर प्रसाद सोनी उम्र 23 साल निवासी चांदनी चौक शास्त्री नगर थाना कोतवाली अम्बिकापुर का होना बताये। संदेहियो से घटना के सम्बन्ध मे बारिकी से पूछताछ करने पर सुधीर गुप्ता के साथ मिलकर हमेशा क्रिकेट मैच में रूपये पैसे का दांव लगाकर वीन बज पोर्टल पर ऑन लाईन सट्टा का खेल खेलना व खेलवाना बताये। राहुल अग्रवाल उर्फ विक्की द्वारा अपने मोबाइल में चलाये जा रहे वाट्सअप नम्बर में सुधीर कुमार गुप्ता द्वारा बनाये गये ग्रुप जिसमें ग्रुप के सदस्य साथ मिलकर ऑनलाईन सट्टा प्लेटफार्म में जीत हार व लेन देन करना बताया। पुलिस टीम द्वारा आरोपियों से कमरे में रखे सामानों के संबंध में पूछताछ करने पर खेलने वाले एवं अन्य लोगों से आधार कार्ड व पेन कार्ड की छायाप्रति लेकर उनके नाम से विभिन्न बैंकों में खाता खुलवाकर एटीएम कार्ड, पास बुक, चेक बुक व मोबाईल सिम लेकर मोबाईल में सिम डालकर फोन पे, गुगल पे, पेटीएम का उपयोग कर पैसा रूपये का लेन देन करना बताया गया हैं। आरोपीगण अर्जुन गुप्ता के साथ मिलकर दूसरे व्यक्तियों के नाम का आधार कार्ड, मोबाईल नम्बर, बैंक का पास बुक तीनों का छायाप्रति से ही बिना धारक के उपस्थिती के ही क्यूआर कोड स्कैनर जनरेट करवाना बताये जाने पर पुलिस टीम द्वारा मामले मे शामिल आरोपी अर्जुन गुप्ता का पता तलाश कर पकड़कर पूछताछ किया गया। आरोपी द्वारा अपना नाम अर्जुन गुप्ता पिता श्याम सुन्दर गुप्ता उम्र 20 साल निवासी शिकारी रोड नाला के पास थाना अम्बिकापुर का होना बताया, आरोपी से घटना के सम्बंध में पूछताछ करने पर दुगना पैसा कमाने के लिए आरोपियों का सट्टा खेलने व खेलवाने में सहयोग करते हुए घटना कारित करना स्वीकार किया गया।
सम्पूर्ण कार्यवाही नगर पुलिस अधीक्षक रोहित शाह के नेतृत्व मे थाना प्रभारी अम्बिकापुर निरीक्षक मनीष सिंह परिहार,साइबर सेल प्रभारी उप निरीक्षक सी. पी. तिवारी, उप निरीक्षक सम्पत पोटाई, उप निरीक्षक रम्भा साहू, सहायक उप निरीक्षक अजीत मिश्रा, सहायक उप निरीक्षक अभिषेक दुबे, प्रधान आरक्षक भोजराज पासवान, प्रधान आरक्षक रजनीकांत मिश्रा, महिला आरक्षक किरण अमरावती आरक्षक शिव राजवाड़े, मंटूलाल गुप्ता, नितिन सिन्हा, अलोक गुप्ता, प्रवीण खलखो, दीपक दास, राहुल सिंह, संजीव चौबे, अशोक यादव, बीरेंद्र पैकरा, आनंद गुप्ता, विकाश मिश्रा, विवेक राय, मनीष सिंह सक्रिय रहे।
फर्जी बैंक खाता खुलवाकर ऑनलाइन सट्टा
प्रकरण सदर में जप्तशुदा बैंक पास बुक, एटीएम कार्ड, बैंक चेक बुक, मोबाईल सिम धारकों का पता तलाश कर पूछताछ किये जाने पर खाता धारको द्वारा बैंक नहीं जाना एवं फार्म नहीं भरना व फार्म में हस्ताक्षर नहीं करना, साथ ही कोई नया मोबाइल नंबर चालू करवाकर उपयोग नहीं करना बताये। किसके द्वारा इनका आधार कार्ड, व पेन कार्ड का उपयोग कर खाता खोलवाया गया और सिम निकाला गया इसकी जानकारी नहीं होना बताये, प्रकरण के आरोपियों द्वारा आधार कार्ड व पेन कार्ड के जरिये छल करने व लाभ लेने के प्रयोजन से आरोपियों व सहयोगियों के द्वारा फर्जी तरिके से खाता खोलने के फार्म में फर्जी हस्ताक्षर कर खाते संबंधी एटीएम, चेकबुक, फर्जी तरिके से मोबाईल नम्बर प्राप्त कर व लिंक कर उपयोग हेतु अपने पास रखा गया था। प्रकरण में धारा 336(3),338 बीएनएस का अपराध घटित होना प्रथम दृष्टया पाये जाने पर उपरोक्त धारा जोडी गई। प्रकरण सदर में आरोपियों से जप्तशुदा विभिन्न मोबाईल व सिम, विभिन्न बैंकों के पास बुक, एटीएम, चेक बुक, आधार कार्ड, पेन कार्ड एवं ऑन लाईन सट्टा के पैसों का हिसाब किताब के खाता बही तथा गवाहों के कथन के प्रथम दृष्टया अवलोकन पर आरोपियों व उनके सहयोगीयों के द्वारा सुनियोजित योजना तैयार कर ऑन लाईन सट्टा के अवैध तरिके से धन के अदान प्रदान किये जाने हेतु फर्जी बैंक खाते खुलवाकर ऑन लाईन सट्टा खेलना व खेलवाना व खेलने में सहयोग करना प्रथम दृष्टया पाया गया, जो कि जुर्म धारा 61(2) बीएनएस अन्तर्गत सुनियोजित आपराधिक पडयंत्र कर अपराध घटित करना पाये जाने से प्रकरण में अपराध धारा जोडी गई। प्रकरण में जप्त शुदा एटीएम कार्ड बैंक खाता पासबुक से संबंधित बैंक खातों के संचालन पर रोक लगाने, ट्राजेक्शन डिटेल, केवाईसी फार्म प्रदाय करने हेतु अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की जा रही हैं, प्रकरण सदर मे बैंक खातों की एटीएम कार्ड, बैंक खाता पासबुक से संबंधित बैंक खातों के संचालन पर रोक लगाने, ट्राजेक्शन डिटेल, केवाईसी फार्म प्रदाय करने हेतु भी अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की जा रही हैं।
यह सामान हुआ जप्त
आरोपियों के कब्जे से घटना मे प्रयुक्त 234 नग एटीएम कार्ड, विभिन्न कम्पनी का सिम 77 नग, विभिन्न बैंको का चेकबुक 78 नग, विभिन्न कम्पनी का मोबाइल सिम लगा हुआ 73 नग, विभिन्न बैंको का पासबुक 81 नग, विभिन्न यूपीआई का बार कोड स्कैनर 08 नग, अलग-अलग व्यक्तियों का मुल आधार कार्ड 13 नग, व पेन कार्ड की छायाप्रति 04 नग, आधार कार्ड की छायाप्रति 04 नग, विभिन्न बैंकों में जमा किये रकम की जमा पावती 07 नग, मा न्यायालय का सुपूर्दनामा आदेश की छायाप्रति 01 प्रति, निकासी पर्ची भरा फार्म 01 प्रति, आनलाईन सट्टा पट्टी का बही खाता छोटे बड़े डायरी रजिस्टर में लिखा 22 नग, एलईडी टीव्ही मय रिमोर्ट, वायर, जियों कम्पनी का वाई-फाई, सेटअप बाक्स, 01 सेट, प्लास्टिक का टेबल 01 नग, प्लास्टिक कुर्सी 02 नग, प्लास्टिक का स्टुल 02 नग, व नगदी रकम 154100/- रूपये कुल अनुमानित मशरुका 20 लाख रुपये बरामद किया गया हैं,