27 July 2024
कारगिल विजय दिवस पर राजीव गांधी पीजी कॉलेज ने किया कारगिल के वीरों का सम्मान….अजीरमा के गौठान में राष्ट्रीय सेवा योजना के वसुधा संवर्धन के तहत 75 विभिन्न प्रजाति के पौधों किया रोपण
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कारगिल विजय दिवस पर राजीव गांधी पीजी कॉलेज ने किया कारगिल के वीरों का सम्मान….अजीरमा के गौठान में राष्ट्रीय सेवा योजना के वसुधा संवर्धन के तहत 75 विभिन्न प्रजाति के पौधों किया रोपण

अम्बिकापुर।राजीव गांधी शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय अंबिकापुर की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के द्वारा कारगिल विजय दिवस के उपलक्ष में

मेरी माटी मेरा देश,वसुधा संवर्धन,
वीरों का अभिनंदन ,कार्यक्रम के अंतर्गत ग्राम पंचायत अजीरमा अंबिकापुर में कारगिल युद्ध में दुश्मनों से लोहा लेने वाले एवं सेवानिवृत्त वीर जवानों का शाल और श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया। इस कार्यक्रम में प्राचार्य राजीव गांधी शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय अंबिकापुर डॉ रिजवान सर तथा विश्वविद्यालय राष्ट्रीय सेवा योजना समन्वयक डॉक्टर एसएन पांडे महाविद्यालय से डॉक्टर पी के एक्का कार्यक्रम अधिकारी शशि कला सनमानी एवं राजीव कुमार उपस्थित रहे।इस कार्यक्रम में ग्राम के सरपंच उपसरपंच पंच गण ग्रामीण जन उपस्थित रहे।
कारगिल युद्ध में दुश्मनों के साथ लोहा लेने वाले सूबेदार मेजर जे. के. टोप्पो बिहार रेजिमेंट की पहली बटालियन में 30 साल भारतीय सेना में सेवा करके सेवानिवृत्त होकर ग्राम ठाकुरपुर अंबिकापुर में निवास कर रहे हैं ।
सन 1984 में दानापुर में ट्रेनिंग के पश्चात प्रथम पोस्टिंग नागालैंड पश्चात कानपुर ,अरुणाचल प्रदेश, कारगिल युद्ध ,जम्मू-कश्मीर , दिल्ली, असम पंजाब में अपनी सेवा दी।,साउथ अफ्रीका ,सोमालिया में 15 से 30 देशों के साथ मिलकर कार्य किए, इसी कड़ी में उन्होंने कारगिल युद्ध के दौरान अपने सैन्य टुकड़ी का नेतृत्व करते हुए पाकिस्तानी सैनिकों से लोहा लिए और कारगिल विजय में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिए । आपने कारगिल युद्ध के संस्मरण को सबके साथ साझा किया।
भूतपूर्व सैनिक मनमोहन तिर्की कोर ऑफ सिग्नल से रिटायर उनका सेवाकाल 17 साल 10 दिन रहा जिसमें उनकी प्रथम पोस्टिंग असम ,झारखंड ,जम्मू कश्मीर , पंजाब ,भटिंडा ,कारगिल, लेह लद्दाख एवं गुजरात अहमदाबाद में रही।
लद्दाख के गलवान घाटी संघर्ष के समय उनकी पोस्टिंग वहां पर थी। उन्होंने अपने फौजी जीवन का विस्तार पूर्वक वर्णन किया।
इसी क्रम में भूतपूर्व सैनिक आलोक केरकेट्टा साहब ने अपने अनुभवों को साझा करते हुए बताया कि वे सेना में कोर आफ सिग्नल से रिटायर हुए हैं। उनकी कुल सेवा अवधि 17 साल की रही इस दौरान उनकी प्रथम पोस्टिंग भटिंडा , पश्चात जम्मू कश्मीर,राजस्थान के जोधपुर में , असम के तेजपुर में, गोवा तथा इसी प्रकार पोस्टिंग लद्दाख में हुई।
फौजी आलोक केरकेट्टा ने भी अपने सैनिक जीवन के अनुभवों को साझा किया।
वीरों का सम्मान अभिनंदन के पश्चात सभी सम्मानित पूर्व सैनिक गण एवं महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ रिजवान उल्ला सर, विश्वविद्यालय समन्वयक एस एन पांडे सर , ग्राम पंचायत अजीरमा के सरपंच श्री अशोक सिंह , उप-सरपंच कुमुदिनी और सचिव रुकमणी पटेल, पंच गण जनप्रतिनिधि , महिला स्वयं सहायता समूह के सदस्य एवं स्वयंसेवकों में गौतम गुप्ता,श्रुति कश्यप, रेखा तिर्की ,रेणु खलखो, आकांक्षा ,गायत्री, विशाल तिर्की, रविंद्र, पॉलिस्टर ,अभ्युदय और अन्य स्वयंसेवकों के द्वारा ग्राम पंचायत अजीरमा के गौठान में राष्ट्रीय सेवा योजना के वसुधा संवर्धन के तहत 75 विभिन्न प्रजाति के पौधों का रोपण किया गया।

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