शासकीय प्राथमिक शाला छूही पारा के इस हालात पर ग्रामीण अभिभावक आक्रोशित
अंबिकापुर।जर्जर स्कूल भवन को डिस्मेंटल किए हुए 1 साल से ज्यादा हो गया परंतु अभी तक इस स्कूल के नए भवन का काम अधर में है। हालात यह है कि कक्षा पहली से कक्षा पांचवी तक के बच्चे आंगनबाड़ी के एक कक्ष में एक साथ बैठकर पढ़ाई करने को मजबूर है। यह हालात किसी दूरदराज क्षेत्र के नहीं बल्कि अंबिकापुर से मात्र 10 किलोमीटर दूर शासकीय प्राथमिक शाला छूही पारा के हैं। वहां के सरपंच ने इस पूरे निर्माण कार्य का ठेका ले रखा है। नए भवन का कार्य समय पर पूर्ण नहीं किया जाने से उक्त स्कूल के बच्चों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दूसरी ओर जिस आंगनबाड़ी में यह स्कूल संचालित हो रहा है उस आंगनबाड़ी के बच्चे वहां के किचन में बैठकर पढ़ाई करने को मजबूर हैं।
जानकारी के अनुसार शासकीय प्राथमिक शाला छूही पारा का स्कूल भवन जर्जर होने पर उसे वर्ष 2022 जून माह में डिस्मेंटल कर दिया गया था। उसके स्थान पर नवीन स्कूल भवन का निर्माण कार्य तो प्रारंभ किया गया परंतु आज की स्थिति में उक्त भवन का निर्माण आधा भी नहीं हो सका है। स्थिति यह है कि भवन के डिस्मेंटल होने के बाद शासकीय प्राथमिक शाला के बच्चे पास के आंगनबाड़ी भवन के एक कक्ष में पढ़ाई करने को हम मजबूर हैं। बता दें कि कक्षा पहली से कक्षा पांचवी तक उक्त स्कूल में लगभग 40 बच्चे अध्ययनरत हैं। इन सभी बच्चों को एक साथ एक कक्ष में स्कूल में पदस्थ 2 शिक्षक पढ़ाई करा रहे हैं। वही आंगनबाड़ी के बच्चे आंगनबाड़ी के किचन में बैठकर पढ़ाई करते हैं। नए स्कूल भवन के निर्माण की जो रफ्तार है उससे यह तो स्पष्ट है कि उक्त प्राथमिक शाला के बच्चों को अभी कई और दिन इन परेशानियों को झेलना पड़ेगा।
जनपद सीईओ ने किया निरीक्षण तो दिखावे का हुआ निर्माण
हाल ही में कुछ दिन पहले जनपद पंचायत सीईओ के द्वारा उक्त नवीन स्कूल भवन निर्माण का निरीक्षण किया गया था। बच्चों की परेशानी को देखते हुए जनपद पंचायत सीईओ ने निर्माण कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए गए थे। उक्त निरीक्षण के बाद मात्र 2 दिन काम करने के बाद फिर से काम बंद कर दिया।