27 July 2024
अमेरा खदान में स्थिति नियंत्रण से बाहर….कोयला चोरों की सज रही मंडी….सघन छापे मारी हो तो ग्रामीणों के घर से भी बड़ी मात्रा में कोयला संग्रहित मिलेगा
क्राइम राज्य समस्या

अमेरा खदान में स्थिति नियंत्रण से बाहर….कोयला चोरों की सज रही मंडी….सघन छापे मारी हो तो ग्रामीणों के घर से भी बड़ी मात्रा में कोयला संग्रहित मिलेगा

अंबिकापुर.. सरगुजा जिले के लखनपुर थाना क्षेत्र में संचालित अमेरा खुली खदान में पुलिस प्रशासन की लापरवाही से स्थिति नियंत्रण से बाहर हो चुकी है।अधिग्रहित भूमि का आधिपत्य नही मिल पाने के आभाव में छह साल से अधिक समय से बंद पड़े अमेरा ओपन कास्ट परियोजना की 19 हेक्टेयर भूमि का हिस्सा क्लियर होने के बाद प्रबंधन ने ठेकेदार के माध्यम से चार माह पूर्व खदान के ऊपरी सतह से ओबी हटाने का कार्य आरंभ किया था पिछले एक जनवरी से यहां विधिवत पूजा अर्चना कर कोयला उत्पादन आरंभ किया गया है।खदान से कोयला बाहर निकलते ही खदान के आसपास के चार पांच गांव के ग्रामीण महिला पुरुष बच्चों ने धावा बोल दिया है और दिन रात कोयला चोरी में जुटे है बताया जाता है की कोयला चोरी के कार्य में चार से पांच सौ तक लोग दिन रात खदान में डटे हैं और सुरक्षा कर्मियो की उपस्थिति में कोयला ले जा रहे है।
बता दें की छह वर्ष पूर्व भी जब उक्त खदान पूरे वेग से कोयला उत्पादन करती थी तब भी ऐसी स्थिति कभी उत्पन्न नहीं हुई जहां पूरा गांव के गांव खदान में कोयला चोरी करने पहुंच रहा लेकिन आखिर इस बार ऐसी कौन से स्थिति निर्मित हो गई जिससे ग्रामीणों के हौसले बुलंद है और वे दिन दहाड़े शासकीय संपति को लूट ले जा रहे है।सबसे बड़ा आश्चर्य लखनपुर पुलिस के कार्य करने के तरीके को लेकर है।जो कोयला चोरों को खुली छूट दे रखा है।

आईजी एसपी से शिकायत का भी नही दिख रहा असर

अमेरा खदान में ग्रामीणों के समूह के द्वारा की जा रही कोयला चोरी और शासन प्रशासन को हो रहे नुकसान को लेकर एस ई सी एल के सुरक्षा प्रमुख सहित महाप्रबंधक की रेंज आईजी व एसपी से मुलाकात का कोई असर होता नही दिख रहा जिससे सवाल उठता है की पुलिस की क्या मजबूरी है या वो किसी दबाव में है ।

रोजाना सौ से डेढ़ सौ टन कोयला स्थानीय इंट भट्ठों और बनारस के कोयला मंडी में खपाया जा रहा

अमेरा खदान से पिछले एक जनवरी से हो रही कोयला चोरी और बेखौफ हुए असमाजिक तत्वों पर किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं होने कोयला चोरी जारी रहने के बाद साफ है की यहां सीएम और गृहमंत्री के निर्देश का कोई मतलब नहीं है।बता दें की अमेरा खदान से रोजाना सौ से डेढ़ सौ टन कोयला स्थानीय इंट भट्ठों और बनारस के कोयला मंडी में खपाया जा रहा है।स्थानीय ग्रामीण ने नाम नही छापने के शर्त पर बताया की लखनपुर सुखरी,गुमगरा के ईट भट्ठों सहित अमेरा खदान के आस पास गांवो में इन दिनों सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों द्वारा बंगला भट्ठा संचालित किया जा रहा है वही चोरी का कोयला दो रू किलो के भाव ग्रामीण खुलेआम बेच रहे है,सूत्र ने यह भी बताया की अगर सघन छापे मारी हो तो ग्रामीणों के घर से भी  बड़ी मात्रा में कोयला संग्रहित मिलेगा।सूत्र ने यह भी बताया की एक प्रभावशाली व्यक्ति द्वारा   दिनदहाडे चोरी का कोयला खरीद रातों रात बड़े वाहनों में भर बनारस की मंडी में भेज अवैध कमाई की जा रही है।

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