Sarguja express…
रामानुजगंज। नगर के वार्ड क्रमांक 9 स्थित मां महामाया मंदिर एवं पहाड़ी स्थित मंदिर वाले पेड़ के नीचे गुरुवार को आंवला नवमी के अवसर पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। सुबह से ही श्रद्धालु महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों का आना शुरू हो गया था। मंदिर परिसर में भक्तों ने परंपरागत रूप से वाला (आंवला) पेड़ की परिक्रमा कर पूजा-अर्चना की तथा परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की।

भक्तों ने पेड़ के नीचे विभिन्न प्रकार के पकवान बनाकर मां महामाया को भोग लगाया। किसी ने पूरी-सब्जी तो किसी ने खीर-पूड़ी, हलवा और अन्य पारंपरिक व्यंजन तैयार किए। पूरे दिन मंदिर परिसर भक्ति गीतों और देवी भजनों से गूंजता रहा। महिलाएं समूह बनाकर आंवला नवमी की कथा सुनने बैठीं और एक-दूसरे को आंवला का प्रसाद वितरित किया।
इस अवसर पर मां महामाया मंदिर के पुजारी पंडित जितेंद्र पांडे ने बताया कि कार्तिक शुक्ल नवमी के दिन आंवला नवमी का पर्व मनाया जाता है। शास्त्रों में वर्णित है कि इस दिन आंवला वृक्ष की पूजा करने से सभी प्रकार के पापों का नाश होता है और व्यक्ति के जीवन में सुख, समृद्धि और स्वास्थ्य का वास होता है। उन्होंने बताया कि आंवला को भगवान विष्णु का प्रिय फल माना गया है, इसलिए इस दिन विशेष रूप से विष्णु भगवान और आंवला वृक्ष की आराधना की जाती है।
मंदिर परिसर में नगरवासियों ने मिलकर साफ-सफाई अभियान चलाया और भक्तों के लिए जलपान एवं प्रसाद की व्यवस्था की। बच्चों ने भी उत्साहपूर्वक भाग लिया। पूरा वातावरण भक्ति, श्रद्धा और उत्साह से सराबोर दिखाई दिया। इस प्रकार रामानुजगंज में आंवला नवमी का पर्व पारंपरिक उल्लास और धार्मिक आस्था के साथ संपन्न हुआ, जिसमें नगरवासियों ने एकजुट होकर संस्कृति और परंपरा के इस सुंदर पर्व का आनंद लिया।


 
																		 
																		 
																		 
																		