Surguja express
रामानुजगंज। बीते रविवार के मध्य रात्रि रेत उत्खनन रोकने के दौरान सनावल थाना में पदस्थ आरक्षक शिवबचन सिंह का ग्राम लिबरा कन्हर नदी में रेत तस्करों के द्वारा ट्रैक्टर से कुचलने से मौत हो गई थी। घटना को लेकर क्षेत्रवासियों में गहरा आक्रोश है इस बीच छत्तीसगढ़ सर्व आदीवासी समाज के जिला अध्यक्ष बसंत कुजूर के नेतृत्व समाज के जिला पदाधिकारी एवं जिले के सभी विकासखंडों से पदाधिकारी घटनास्थल पहुंचे ,वही मृत आरक्षक के घर पहुंच कर शोक संवेदना व्यक्त किया। श्री कुजूर ने कहा कि घटना से हम सब काफी दुखित एवं विचलित है मामले की उच्च स्तरीय जांच कर कर दोषी लोगों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई के साथ-साथ घटना के जिम्मेदार राजस्व विभाग, पुलिस विभाग एवं खनिज विभाग के अधिकारियों के विरुद्ध भी मामला पंजीबद्ध होना चाहिए।अवैध रेत उत्खनन में संलिप्त रहे अधिकारियों का नाम सार्वजनिक किया जाना चाहिए। सर्व आदिवासी समाज ने 1 करोड रुपए मुआवजे एवं तत्काल परिवार के सदस्य को शासकीय नौकरी दिए जाने की मांग की।
गौरतलब है की सनवाल थाना अंतर्गत ग्राम पंचायत धौली के ग्राम लिबरा बीते रविवार अवैध तस्करी को रोकने सनवाल थाना में पदस्थ आरक्षक शिवबचन सिंह अन्य पुलिस कर्मियों के साथ लिबरा कन्हर नदी में गए थे इसी दौरान ट्रैक्टर से रेत तस्करों के द्वारा कुचल दिया गया जिससे उनकी मौत हो गई थी। सर्व आदिवासी समाज के जिला अध्यक्ष बसंत कुजूर ने आरोप लगाया कि बिना मिली भगत के अवैध रेत खदान संचालित नहीं हो सकता है। निश्चित रूप से शासन प्रशासन के मिली भगत से यह रेत खदान संचालित हो रहा था ग्रामीणों के द्वारा कई बार लिखित मौखिक सूचना के बाद भी कार्यवाही नहीं की गई जिस कारण से रेत तस्करों का हौसला बुलंद था एवं उन्होंने इस प्रकार से घटना को अंजाम दिया। श्री कुजूर ने कहा कि शिवबचन सिंह बहुत ही होनहार युवक था। जो प्रदेश स्तर का धावक था जहां-जहां शिवबचन ने अपनी आरक्षक के रूप में सेवाए दी उसकी प्रशंसा ही हुई जिस प्रकार से यह घटना हुई हम सब बहुत ही आहत है घटना की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए एवं दोषी राजस्व विभाग, पुलिस विभाग एवं खनिज विभाग के अधिकारियों के विरुद्ध प्राथमिक की दर्ज होनी चाहिए ताकि पुनः ऐसी घटना की पुनरावृत्ति क्षेत्र में न हो। ग्राम लिबरा घटनास्थल एवं मृतक शिवबचन सिंह के घर आज आदिवासी समाज के कुलदीप तिर्की, शिव शंकर सिंह खरवार, सुखनाथ मरावी, शतन राम नगेसिया रामदास, सामाजिक कार्यकर्ता रामदेव जगते, राजकुमार पोर्ते, राम अवतार सोनवानी, राजपाल धुर्वे सहित बड़ी संख्या में आदिवासी समाज के लोग उपस्थित रहे।
झारखंड पुलिस के अधिकारी भी पहुचे घटना स्थल
सर्व आदिवासी समाज के आज बड़ी संख्या में पदाधिकारी ग्राम लिबरा पहुंचे इसी दौरान झारखंड पुलिस के कई अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंचकर निरीक्षण किया इस दौरान जिस रास्ते से रेत की तस्करी हो रही थी उसे रास्ते को जेसीबी मशीन से गड्ढा करवाकर रास्ता बंद कराया गया। घटना से झारखंड में भी हड़कंप है।
ग्रामीणों ने कई बार किया था विरोध,200 ट्रैक्टर रोज होती था अवैध उत्खनन
छत्तीसगढ़ के लोगों के बीच खौफ पैदा करके झारखंड के रेत तस्करों के द्वारा रेत का उत्खनन किया जा रहा था ग्रामीणों ने कई बार इसका विरोध भी किया गांव के देवीलाल पंडो ने बताया कि दिसंबर माह से ही यहां रेत उत्खनन हो रहा था हम लोगों ने कई बार मना किया कि छत्तीसगढ़ की सीमा की ओर से आप रेत मत उठाइए परंतु वह हम सबको भयभीत करके रेत उत्खनन करते रहे। पंच राजेंद्र रवि ने बताया कि हम लोग कई बार मौके पर जाकर विरोध किया एवं थाने में भी लिखित सूचना दी परंतु कार्यवाही के नाम पर सिर्फ लिपा पोती हुई जिस कारण से ऐसी घटना घटी।