Sarguja express
आईजी, कलेक्टर, एसपी, एएसपी ने शहीद पुलिस कर्मियों के परिवारों को साल और श्रीफल से किया सम्मानित
अम्बिकापुर ।राज्य शासन के एक वर्ष का कार्यकाल पूर्ण होने व विगत एक वर्ष में राज्य शासन द्वारा विभिन्न विभागों के माध्यम से जनहितकारी योजनाओं एवं गतिविधिया क्रियान्वित की जा रही है। इसी क्रम में पुलिस अधीक्षक सरगुजा योगेश पटेल द्वारा रक्षित केंद्र अंबिकापुर के सभाक़क्ष में शहीद पुलिसकर्मियों के परिवारजनों की बैठक आयोजित की गई। बैठक में शहीद पुलिसकर्मियों के परिवारजनों की पूछपरख सहित उनकी समस्याओं पर तत्काल निराकरण करने विचार-विमर्श किया गया। बैठक में जिले के शहीद पुलिसकर्मियों के परिवारजनों कों ससम्मान आमंत्रित किया गया था।जिले के कुल 12 शहीद परिवारों से पुलिस महानिरीक्षक, कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक सरगुजा ने स्वयं व्यक्तिगत रूप से चर्चा कर वर्तमान परिस्थितियों के बारे मे पूछपरख की साथ ही घर परिवार के सदस्यों का कुशल क्षेम भी लिया गया। शहीद परिवारों को किये गये स्वत्वों के भुगतान की जानकारी शहीद पुलिस कर्मियों के परिवारजनों से प्राप्त की गई, जिसके संबंध में शहीद पुलिस कर्मियों के परिवारजनों के द्वारा किसी भी प्रकार के स्वत्वों का शेष नही होना बताया गया, साथ ही कोई भी प्रकार की समस्या नही होने की जानकारी से पुलिस अधीक्षक सरगुजा कों अवगत कराया गया। बाद सभी 12 शहीद पुलिसकर्मियों के परिवारजनों को सरगुजा भवन अंबिकापुर में स-सम्मान दोपहर में भोजन कराकर राष्ट्रपति निशान अलंकरण समारोह में सम्मिलित होने हेतु लाइजनिंग अधिकारियों के साथ बस द्वारा सुरक्षित रायपुर हेतु रवाना किया गया।
विदित हो कि सुशासन के एक वर्ष का कार्यकाल पूर्ण होने व विगत एक वर्ष में राज्य शासन द्वारा विभिन्न विभागों के माध्यम से जनहितकारी योजनाओं एवं गतिविधिया क्रियान्वित की जा रही है। इसी क्रम में पुलिस अधीक्षक सरगुजा द्वारा बैठक के दौरान सभी थाना/चौकी प्रभारियों कों शहीद पुलिसकर्मियों के परिवारजनों से निरंतर सम्पर्क बनाये रखकर किसी भी प्रकार की परेशानियों मे वरिष्ठ अधिकारियो कों सूचना संज्ञान मे लाकर समस्याओं के त्वरित निराकरण किये जाने के दिशा निर्देश बैठक मे दिए गए हैं।
उक्त बैठक में समस्त 12 शहीद पुलिसकर्मियों के परिवारजनों सहित पुलिस महानिरीक्षक रेंज सरगुजा, कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, नगर पुलिस अधीक्षक, रक्षित निरीक्षक सरगुजा एवं अन्य अधिकारीगण शामिल रहे।