14 November 2024
वृंदावन की टीम बनी पीईकेबी फुटबॉल ट्रॉफी 2024 की चैंपियन और जीता ₹ 51,000 का नगद पुरस्कार….अक्टूबर 22 से नवंबर 5 तक 24 टीमों के 360 खिलाड़ियों ने खेले फुटबॉल टूर्नामेंट के 23 मैच
आयोजन खेल राज्य

वृंदावन की टीम बनी पीईकेबी फुटबॉल ट्रॉफी 2024 की चैंपियन और जीता ₹ 51,000 का नगद पुरस्कार….अक्टूबर 22 से नवंबर 5 तक 24 टीमों के 360 खिलाड़ियों ने खेले फुटबॉल टूर्नामेंट के 23 मैच

Sarguja express….

रोमांचक मुकाबले में वृंदावन ने 2-1 से शिवनगर को दी मात

उदयपुर, 6 नवंबर 2024: पीईकेबी फुटबॉल ट्रॉफी का चैंपियन वृंदावन बना है। सरगुजा जिले के उदयपुर विकासखण्ड में आयोजित पीईकेबी फुटबॉल ट्रॉफी का फाइनल मैच मंगलवार को वृंदावन और शिवनगर के मध्य खेला गया। ग्राम परसा के शहीद वीर नारायण खेल मैदान में राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड (आरआरवीयूएनएल) के सौजन्य से गांवों में खेल के प्रति रुचि बढ़ाना और छुपी हुई प्रतिभाओं को उभारने के उद्देश्य से विगत 14 दिनों से ओपन चैलेंज पीईकेबी ट्रॉफी फुटबॉल टूर्नामेंट का आयोजन ग्राम परसा में किया जा रहा था। फुटबॉल टूर्नामेंट के दौरान सूरजपुर जिले की 24 टीमों के 360 खिलाड़ियों द्वारा लीग, क्वार्टर और सेमी फाइनल के कुल 22 मैच खेले गए।

 

वृंदावन और शिवनगर के बीच फुटबाल फाइनल मैच देखने के लिए दोपहर 1 बजे से ही दर्शकों में उत्साह देखा गया और लगभग 3000 से ज्यादा दर्शकों की भीड़ मैदान के चारों ओर जुटी रही। कुल 80 मिनट के इस रोमांचक मुकाबले में दोनों ही टीमों ने बड़े ही शानदार खेल का प्रदर्शन किया और खेल के प्रथम 40 मिनट तक दोनों टीमों ने 1-1 से मुकाबला बराबर रखा। लेकिन द्वितीय 40 मिनिट में वृंदावन के पीयूष तिवारी ने जबरदस्त खेल दिखाते हुए 1 और गोल दागकर टीम को 2-1 से बढ़त दिला दी। वृंदावन की ओर से दोनों गोल पीयूष तिवारी ने दागे जिसके जवाब में शिवनगर की टीम को उसके खिलाड़ी तुषार यादव द्वारा दागे गए 1 गोल से ही संतोष करना पड़ा। हालांकि शिवनगर की टीम खेल के अंतिम क्षणों तक गोल करने के लिए जूझती रही किंतु वृंदावन की शानदार मैदान नीति के आगे शिवनगर की एक न चली और वृंदावन ने फाइनल मुकाबला 2 – 1 से जीत कर पीईकेबी ट्रॉफी में अपना कब्जा जमा लिया।

 

पुरस्कार वितरण समारोह में मुख्य अतिथि पूर्व उप मुख्यमंत्री और विधायक अम्बिकापुर श्री टी एस सिंहदेव के प्रतिनिधि श्री सिद्धार्थ सिंहदेव ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि, “क्षेत्र में छुपी हुई खेल प्रतिभाओं उभारने में इस तरह के खेल टूर्नामेंट एक बड़ा मंच प्रदान करता है। जिससे क्षेत्र के ये खिलाड़ी फुटबॉल में न सिर्फ जिले अपितु राज्य का भी नाम रोशन करेंगे। इस टूर्नामेंट के सफल आयोजन के लिए मैं खदान प्रबंधन को बधाई देता हूँ और आशा करता हूँ की इस तरह के आयोजन समय समय पर होते रहेंगे।“

 

विशिष्ठ अतिथियों में उदयपुर जनपद अध्यक्ष प्रतिनिधि, ओम प्रकाश पनिकर, जनपद सदस्य नीरज उपाध्याय, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के जिला अध्यक्ष नवल सिंह वरकड़े, राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड के सुपरिटेंडेंट अभियंता अशोक कुमार,अदाणी इन्टरप्राइसेस के चीफ ऑफ क्लस्टर मनोज कुमार शाही और राजेश साव उपस्थित थे। इसके अलावा विशेष अतिथियों में सरपंच, परसा झल्लूराम नेटी, उपसरपंच शिवकुमार यादव,पूर्व उप सरपंच उमाशंकर यादव, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के सदस्य मसद कामरो, महिला उद्यमी बहूद्देशीय सहकारी समिति की अध्यक्षा अमिता सिंह टेकाम, उपाध्यक्ष वेदमती सिंह उईके, ग्राम सचिव परसा रूपम सिंह.

 

मुख्य अतिथि सिद्धार्थ सिंहदेव ने सर्वप्रथम पीईकेबी फुटबॉल ट्रॉफी की उप विजेता रही शिवनगर के कप्तान, पूरी टीम और कोच भूपेन्द्र सिंह को सिल्वर मेडल, पीईकेबी ट्रॉफी तथा रुपए 31000 का नगद पुरस्कार प्रदान किया। अंत में वृंदावन टीम से कप्तान सुरेश कुमार और कोच अंगद ठाकुर ने अपनी टीम के साथ गोल्ड मेडल, पीईकेबी ट्रॉफी तथा रुपए 51000 का नगद पुरस्कार ग्रहण किया। दोनों नगद पुरस्कार अदाणी फाउंडेशन के सहयोग से आदर्श टाइगर यूथ क्लब समिति के द्वारा प्रदान किया गया।

 

टूर्नामेंट के सफल आयोजन में आदर्श टाइगर यूथ क्लब समिति, परसा के महेश कुसरो, मोहेलाल उईके,मनोहर उईके, संतोष नेटी, गोविंदा, बीके कुसरो, शिवरतन, नोखे लाल, जयराम, शिवबिलास, खेलसाय, दिलसाय, आदर्श, किसुन, भोलू और नोज इत्यादि सदस्यों का विशेष सहयोग प्राप्त हुआ।

 

आरआरवीयूएनएल द्वारा क्षेत्र में ढांचागत विकास की श्रृंखला के तहत खदान के पास स्थित 14 गांवों की बड़ी जरूरतों को ध्यान में रखते हुए सरकारी स्कूलों की मरम्मत, बाला पेंटिंग, अतिरिक्त कक्षाओं और पक्के शौचालयों का निर्माण, गांवों में सड़कों का निर्माण, यात्री प्रतीक्षालयों की मरम्मत और सौंदर्यीकरण जैसे कार्य किए जा रहे हैं। साथ ही, पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए 450 हेक्टेयर से अधिक खनन क्षेत्र में 14 लाख से ज्यादा पेड़ लगाए गए हैं।

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