Sarguja express…..
अंबिकापुर। सरगुजा के ग्राम पंचायत सरईटिकरा के युवक ईश्वर राजवाड़े की राजधानी रायपुर में चाकू से गोदकर हत्या कर दिए जाने के मामले में सरईटिकरा पंचायत के लोगों द्वारा आज कलेक्टर को ज्ञापन सौंप कर आरोपियों को फांसी दिए जाने की मांग की। इसके साथ-साथ मृतक की पत्नी को अनुकंपा नियुक्ति व अंतिम संस्कार के साथ साथ अन्य आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए तात्कालिक सहायता के रूप में २ लाख रुपए की मांग की गई।
बता दे कि ग्राम पंचायत सरई टिकरा निवासी
ईश्वर कुमार राजवाड़े पिता स्व० अमृत साय, राजवाडे, आदिम जाति कल्याण विभाग, अंबिकापुर कलेक्टर परिसर सरगुजा में वेतनभोगी कर्मचारी (वाहन चालक) के पद पर पदस्थ था । 22 सितंबर को मृतक आदिम जाति कल्याण विभाग, अंबिकापुर सरगुजा में पदस्थ राजीव पाठक एसडीओ० को लेकर रायपुर गया था। 23 सितंबर को अपने दोस्त विवेक कुमार राजवाड़े के साथ समय करीब 3.40 भोर में तेलीबांधा तालाब, रायपुर के पास होटल में रूम न मिलने के कारण टहल रहा था। अचानक अभियुक्तगण तीन अनजान व्यक्ति मृतक और उसके दोस्त के पास आकर यह कथन किये कि हमारे गाड़ी में पेट्रोल खत्म हो गया है पेट्रोल भरवाने के लिये 500/- रू० की मांग करने लगे। इस पर मृतक ने व्यक्त किया कि वह पर्स नहीं रखा है तथा पर्स अपनी गाड़ी पर छोड़ दिया है।जिसके पश्चात् तीनों आरोपी रोहित बघेल, सूरज उर्फ खिड़की एवं हरिश बघेल मृतक के पेट में 6-7 बार चाकू से वार किये जिससे मृतक गंभीर रूप से घायल होकर घटना स्थल पर ही गिर गया।
सरई टिकरा वासियों ने बताया कि घटना पश्चात् पुलिस पेट्रोलिंग की गाड़ी जो रात में घुमा करती है वह घटना स्थल पर आयी, लेकिन मृतक को घटना स्थल से उठाकर अस्पताल में भर्ती नहीं किया गया जो कि पुलिस के बर्बरता का एक निंदनीय है।इसके पश्चात् मृतक का साथी जिसका नाम विवेक है वह 100 नंबर पर फोन कर एम्बुलेंस में कॉल किया तथा एम्बुलेंस भी घटना के आधा घंटे के पश्चात् घटना स्थल पर पहुंचा काफी विलंब होने के कारण मृतक अत्यंत नाजुक स्थिति में आ गया ईलाज नहीं मिलने के कारण मृतक घटना स्थल पर ही मृत हो गया जो कि रायपुर पुलिस प्रशासन तथा स्वास्थ विभाग के लापरवाही को इंगित करता है।
मृतक ईश्वर की उम्र लगभग 29 वर्ष थी तथा उसका विवाह हो चुका है। मृतक के दो संतान है, जिसमें एक पुत्री एव एक पुत्र है। ईश्वर की दर्दनाक मृत्यु से उसके परिवार में भारी आर्थिक संकट की स्थिति उत्पन्न हो गयी है जिस कारण उन्हें क्रियाकर्म एवं अन्य कारणों के संपादन हेतु शासन के द्वारा अंकन 2,00,000/- रू० मुआवजा राशि दिया जाना न्यायहित में आवश्यक है। साथ ही ग्राम पंचायत सरईटिकना का यह भी मांग है कि उपरोक्त आरोपीगण को फांसी की सजा दिया जाये जिससे कि मृतक के आत्मा को शांति मिल सके।
इसके साथ-साथ परिवार में अब उसकी विधवा पत्नी तथा दो छोटे-छोटे बच्चे शेष रह गये हैं जिस कारण भविष्य में उनके सामने आर्थिक संकट की समस्या उत्पन्न हो चुकी है। इस कारण मृतक के विधवा पत्नी को मृतक के स्थान पर बच्चों के शिक्षा-दीक्षा तथा भरण-पोषण एवं बेहतर जीवन के लिये वेतनभोगी अनुकम्पा नियुक्ति दिया जाना प्रार्थनीय है।