18 October 2024
सरगुजा संभाग के इस शासकीय स्कूल में शिक्षक शिक्षिकाओं के सामूहिक प्रयास से एक प्राइवेट स्कूल की तरह बच्चों को मिल रहा वातावरण… गर्व की अनुभूति के साथ बच्चे कर रहे पढ़ाई
ख़बर जरा हटके राज्य शिक्षा

सरगुजा संभाग के इस शासकीय स्कूल में शिक्षक शिक्षिकाओं के सामूहिक प्रयास से एक प्राइवेट स्कूल की तरह बच्चों को मिल रहा वातावरण… गर्व की अनुभूति के साथ बच्चे कर रहे पढ़ाई

सरगुजा एक्सप्रेस….रामानुजगंज। शासकीय स्कूल के बच्चे किसी प्रकार से महंगे प्राइवेट स्कूल के बच्चों से कम न हो एवं उनका मनोबल बढ़ा रहे एवं स्कूल में बेहतर पढ़ाई के साथ-साथ बेहतर वातावरण का भी निर्माण हो… इसी सोच के साथ ग्राम भवंरमाल के प्राथमिक शाला एवं माध्यमिक शाला के शिक्षक शिक्षिकाओं के सामूहिक प्रयास से यहां बेहतर शिक्षा बच्चों को जहां मिल रही है। वहीं प्राइवेट स्कूल के बच्चों के समान टाई, आईकार्ड बेल्ट की भी व्यवस्था की गई है ,ताकि गर्व की अनुभूति के साथ बच्चे पढ़ाई कर सके।

गौरतलब है कि प्राथमिक शाला भवंरमाल में 54 बच्चे एवं माध्यमिक शाला में 70 बच्चे अध्यनरत है यहां पर दोनों स्कूलों को मिलाकर सात शिक्षक शिक्षिकाएं अध्यापन कार्य कर रहे हैं शिक्षक शिक्षकों का पढ़ाने के प्रति इस प्रकार का समर्पण है कि वह बच्चों के बेहतर भविष्य को सवारने एवं बेहतर से बेहतर शिक्षा देने के प्रयास तो कर ही रहे हैं वही बच्चों के लिए टाई बेल्ट एवं आई कार्ड की भी व्यवस्था प्राइवेट स्कूल के बच्चों के सामान की गई है ताकि बच्चों का मनोबल बढ़ा रहे एवं वे पूरे मनोयोग से पढ़ सके। यहां मीरा प्रजापति, दिलासी लकड़ा, वीरेंद्र कुमार तिवारी, चंद्रमणि राठीया, सुनीता गुप्ता, ज्योति गुप्ता,रजनी बाई शिक्षक, शिक्षिकाएं है।

यहां के बच्चों का हर साल होता है प्रयास में चयन

यहां के माध्यमिक शाला से प्रत्येक वर्ष 2 से 3 बच्चों का प्रयास में चयन जरूर होता है अब तक रंजू यादव, अमन यादव,आयुष गुप्ता, संदीप यादव अरविंद सिंह, अनूप सिंह, अभय सिंह सूर्यकान्त यादव सहित अब तक दर्जनों बच्चों का चयन प्रयास में हो चुका है सबसे बड़ी बात यह है कि इसमें से अधिकांश बच्चे बिना ट्यूशन पड़े सिर्फ स्कूल की बेहतर पढ़ाई से प्रयास में चयनित होने में सफल हुए।

पौधा लगाया भी रक्षा भी किया

स्कूल में प्रत्येक वर्ष पौधारोपण का कार्यक्रम किया जाता है सबसे बड़ी बात यह है कि यहां सिर्फ पौधा लगाने तक ही पौधा रोपण कार्यक्रम नहीं किया जाता है बल्कि पौधों को बचाने के लिए प्रयास भी किए जाते हैं जिसका नतीजा यह है कि आज स्कूल में 16 बड़े पेड़ शीशम, नीम, पीपल, सीताफल ,क्रंज ,केला आम आदमी के पेड़ लग गए हैं जो परिसर की खूबसूरती को बढ़ा रहे हैं एवं छाया फल भी दे रहे हैं।

 

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