अम्बिकापुर/ नया कानून लागू होने के साथ ही महिला पुलिसकर्मी द्वारा सार्वजनिक रूप से अपमान किए जाने से ग्राम सुखरी कालापारा के गवंटिया और श्रीराम सुंदर राजवाड़े की हार्ट अटैक से मौत बेहद दुखद और अमानवीय है।आरोपित महिला प्रधान आरक्षक को तत्काल निलंबित कर पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने तक कांग्रेस पार्टी उग्र आंदोलन करेगी।
ग्राम सुखरी के काला पारा के प्रतिष्टित किसान ,लेम्प्स सदस्य,शाला विकास समिति के अध्यक्ष श्रीराम राजवाड़े का परिवारिक जमीन विवाद चल रहा था। इसी मामले में गांधीनगर थाना की महिला प्रधान आरक्षक वीणा रानी तिर्की गयी थी। आरोप है कि उसने श्रीराम सुंदर राजवाड़े से कडे लहजे में बात कर अपशब्द कहे और जेल में सड़ा देने की धमकी दी। सार्वजनिक रूप से अपमान से व्यथित राजवाड़े वहीं पर गिर कर बेहोश गए। अस्पताल पहुचने तक उनकी मौत हो गयी।परिजनों की सूचना पर जिला कांग्रेस अध्यक्ष राकेश गुप्ता, जिला पंचायत अध्यक्ष मधु सिंह,ग्रामीण ब्लॉक अध्यक्ष विनय शर्मा बंटी,जिला महामंत्री अरविंद सिंह गप्पू, नुरुल सिद्दकी,शसिलेंद्र सोनी आशीष वर्मा, रजनीश सिंह,नीतीश चौरसिया,आतिश शुक्ला सहित कांग्रेजन अस्पताल पहुचे।
जिला कंग्रेस अध्यक्ष राकेश गुप्ता ने घटना की जांच करा दोषी पुलिस कर्मी पर कार्यवाही करने की मांग की है।उन्होंने कहा संसद में विपक्ष के सांसदों को निलंबित कर नया कानून पास कराया गया,अब उसका दुष्परिणाम आना शुरू हो गया है।देश के कई राज्यो में इस कानून को निलंबित रखा है। उन्होंने पूछा क्या चिंतामणि महराज जो कि स्वयं आदिवासी समाज से आते हैं,क्या वे सामने आकर यह कह सकते है नया कानून आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र के लिए उपयोगी है..? उन्होंने दो दिन में जांच पूरी कर कार्यवाही नहीं कि स्थिति में परिजनों के साथ उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।