18 October 2024
जेल में बंद अपने माता-पिता से मिलने आई थी नाबालिग…. मिलने से पहले ही फंसी होटल संचालक के झांसें में… कुछ दिन बाद जशपुर की सड़कों पर घूम रही नाबालिग ने किया बड़ा खुलासा… जाने पूरी घटना
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जेल में बंद अपने माता-पिता से मिलने आई थी नाबालिग…. मिलने से पहले ही फंसी होटल संचालक के झांसें में… कुछ दिन बाद जशपुर की सड़कों पर घूम रही नाबालिग ने किया बड़ा खुलासा… जाने पूरी घटना

पत्थलगांव। जेल में बंद अपने माता-पिता से मिलने आई नाबालिग को होटल संचालक के द्वारा काम का झांसा देकर उसके साथ दुष्कर्म किए जाने का मामला सामने आया है। मामले में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस के अनुसार 17 वर्षीय नाबालिग चाईल्ड लाईन जशपुर के साथ 20 जून को सिटी कोतवाली जशपुर आकर रिपोर्ट दर्ज कराई कि इसके माॅ-पिता किसी प्रकरण में जेल में बंद हैं । वह 1 जून को अपने माॅं-पिता से मिलने के लिये अपने गांव से जशपुर आई थी।जेल में मिलने के पूर्व वह बिस्किट खरीदने हेतु कचहरी काम्पलेक्स जशपुर के प्रतिक्षालय में बने एक दुकान में गई एवं बिस्किट खरीदने के उपरांत वहीं पर बैठी थी, उसी दौरान वहां उससे होटल संचालक मनोज कुमार गुप्ता उर्फ गोविन्दा मिला।नाबालिग लड़की ने उसे बताई कि छोटा-मोटा घरेलू कार्य तलाश रही है ।तभी मनोज कुमार गुप्ता ने अपने घर एवं होटल में कार्य करने के लिये व्यक्ति की आवश्यकता होना उसे बताया। 1 जून को नाबालिग होटल में जाकर कार्य करने लगी, रात करीबन 08 बजे होटल बंद करने पर मनोज कुमार गुप्ता ने प्रार्थिया को अपने साथ घर में ले जाकर एक रूम में रखा। दूसरे दिन होटल में काम करने के उपरांत प्रार्थिया उसके घर जाकर अपने रूम में सो रही थी, उसी दौरान रात्रि लगभग 11 बजे मनोज कुमार गुप्ता इसके रूम में आकर इसके मुँह को बंद कर जबरन दुष्कर्म किया। उसके बाद दिनांक 03 जून को भी अकेला पाकर उसके साथ दुष्कर्म किया । 10 जून को जशपुर से नाबालिग अपने घर गई थी एवं वापस 15 जून को जशपुर में आकर घूम रही थी। उसी दौरान चाईल्ड लाईन की टीम द्वारा उससे घूमने का कारण पूछताछ करने के उपरांत अपने साथ ले गये एवं विस्तृत काउंसलिंग किया। प्रार्थिया की उक्त रिपोर्ट पर मनोज कुमार गुप्ता के विरूद्ध धारा 376(2)(एन) भा.दं.सं. एवं 4, 5, 6 पाॅक्सो एक्ट का अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया गया।

प्रकरण की विवेचना दौरान तत्काल दबिश देकर मनोज कुमार गुप्ता उर्फ गोविन्दा को उसके निवास से अभिरक्षा में लिया गया, पूछताछ में उक्त अपराध को घटित करना स्वीकार किया।प्रकरण की विवेचना कार्यवाही एवं आरोपी की गिरफ्तारी में स.उ.नि. बैजंती किण्डो, आर. बसंत खुंटिया, आर. राजीव लकड़ा, आर. भरत साहू का सराहनीय योगदान रहा है।

 

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