27 December 2024
सरगुजा में छत्तीसगढ़ इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी की स्थापना के संबंध में जिला पंचायत उपाध्यक्ष आदित्येश्वर शरण सिंह देव ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को लिखा पत्र
मांग राज्य शिक्षा

सरगुजा में छत्तीसगढ़ इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी की स्थापना के संबंध में जिला पंचायत उपाध्यक्ष आदित्येश्वर शरण सिंह देव ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को लिखा पत्र

अम्बिकापुर/जिला पंचायत उपाध्यक्ष आदित्येश्वर शरण सिंह देव ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उच्च शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल एवं वित्तमंत्री ओ.पी.चौधरी को पत्र लिख कर सरगुजा जिले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के घोषणानुरूप छत्तीसगढ़ इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (सीआईटी) खोलने की मांग की है। उन्होंने पत्र में कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आईआईटी के तर्ज पर राज्य के सभी लोकसभा क्षेत्रों में छत्तीसगढ़ इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी(सीआईटी) की घोषणा की थी। इस कड़ी में घोषणा के प्रथम चरण में राज्य शासन ने 5 सीआईटी की घोषणा भी बजट में की है, जिसमें नया रायपुर, कबीरधाम, जशपुर, रायगढ़ एवं बस्तर को शामिल किया गया है। सभी लोकसभा क्षेत्रों में जो छत्तीसगढ़ इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी(सीआईटी) की स्थापना की जानी है, उसमें रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र में दो सीआईटी प्रस्तावित हैं। जबकि सरगुजा लोकसभा क्षेत्र को इससे अछूता रखा गया है। आदित्येश्वर शरण सिंह देव ने पत्र में कहा है कि मैंं जानकारी देना चाहूंगा कि सरगुजा संभाग का एकमात्र विश्वविद्यालय इंजीनियरिंग कॉलेज अम्बिकापुर में वर्ष 2010 से संचालन हो रहा है, जो कॉलेज के छात्रों एवं पूर्व उप मुख्यमंत्री टी.एस.सिंह देव के अथक प्रयास से वर्तमान में छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय, भिलाई, जिला दुर्ग के संघटक में संचालित है। जिला प्रशासन द्वारा विश्वविद्यालय इंजीनियरिंग कॉलेज को प्रयाप्त भूमि लगभग 26 एकड़ उपलब्ध करायी है। इतना ही नहीं यदि छत्तीसगढ़ इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी(सीआईटी) के मापदण्ड के अनुसार अधिक भूमि की जरूरत होती है तो विश्वविद्यालय इंजीनियरिंग कॉलेज के समीप काफी शासकीय भूमि उपलब्ध है। जिसका आवंटन भविष्य में सरकार एवं जिला प्रशासन के सहयोग से हो सकता है।

जिला पंचायत उपाध्यक्ष आदित्येश्वर शरण सिंह देव ने पत्र में कहा है कि विश्वविद्यालय इंजीनियरिंग कॉलेज में पांच विषयों में सिविल इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, कम्प्यूटर साइंस एवं माईनिंग इंजीनियरिंग में बी.टेक एवं एम.टेक के पाठयक्रम संचालित हैं। पर्याप्त स्टॉफ एवं सुविधा यहां पर पहले से मौजुद है। यदि इस इंजीनियरिंग कॉलेज को छत्तीसगढ़ इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी(सीआईटी) में अपग्रेड किया जाता है तो आदिवासी बाहुल्य सरगुजा संभाग के युवाओं को तकनीकी शिक्षा के रूप में काफी सुविधा यहां पर मिल सकेगी।
आदित्येश्वर शरण सिंह देव ने पत्र के माध्यम से कहा है कि आदिवासी बाहुल्य सरगुजा लोकसभा एवं सरगुजा संभाग के युवाओं के भविष्य को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय इंजीनियरिंग कॉलेज को छत्तीसगढ़ इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी(सीआईटी) के रूप में अपग्रेड करेंगे।

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