अंबिकापुर। नगर निगम क्षेत्र व पंचायत क्षेत्र के सरहद पर प्रवाहित नाले के ऊपर खुद से पुलिया निर्माण कर जमीनों की प्लाटिंग किए जाने की खबर के बाद प्रशासन ने उसकी जांच की… जांच में पहुंचे आरआई का कहना है कि नजूल जमीन पर पुल का अवैध निर्माण किया गया है। इसके लिए पहले परमिशन लेनी चाहिए थी, परंतु ऐसा ना कर अवैध रूप से पुल का निर्माण किया गया है। फिलहाल मौखिक रूप से इसकी जानकारी नगर निगम को भी दी गई है। सोमवार को रिपोर्ट प्रस्तुत कर अवैध पुल को तोड़ने की कार्रवाई की जाएगी।
बता दें की पंचायत क्षेत्र में कई एकड़ जमीन की बिक्री के लिए कुछ लोगों द्वारा अवैध रूप से न सिर्फ नजूल की जमीन को सड़क की शक्ल दी गई बल्कि नाले के ऊपर पक्का पुल का निर्माण भी कर दिया गया।
यह नजारा शहर के संत गहिला गुरु वार्ड क्षेत्र के परसा पाली वेयरहाउस (दवा गोदाम) के पीछे देखा जा सकता है। कई एकड़ में प्लाटिंग कर वहां तक पहुंचाने के लिए निगम क्षेत्र की नजूल भूमि को ही भूमि मालिकों ने सड़क बना दिया। जेसीबी लगाकर कई एकड़ भूमि का समतलीकरण कर उसे अब बिक्री करने की तैयारी की जा रही है। आखिर नजूल भूमि को सड़क बनाने व नहर (नाले )पर पक्की पुलिया निर्माण की परमिशन किसने दी। यह तो जांच का विषय था ही ,परंतु यह जरूर है कि यह करके जमीन के स्वामी के अपने कौड़ियों के भाव जमीन को करोड़ों का मुनाफा देने वाली जमीन में तब्दील कर दिया हैं।
मामले में एसडीएम फगेश सिन्हा ने जांच की बात भी कही थी। मौका स्थल की जांच आर आई राजबहादुर जप करने पहुंचे तो पूरी स्थिति का पता चला। नजूल की जमीन पर प्रवाहित नाले के ऊपर अवैध रूप से पुल का निर्माण कराया गया है। जांच में पहुंची टीम ने इसकी मौखिक सूचना नगर निगम को दी है।आर आई का कहना है कि सोमवार को वे लिखित रूप से नगर निगम आयुक्त को भी इसकी सूचना देंगे और पूरी रिपोर्ट सौंपी जाएगी।
पुल बनवाकर कौड़ियों के भाव जमीन हुई करोड़ो की
परसा पाली स्थित नाला के दूसरी ओर कंठी पंचायत है जहां परसा पाली की ओर से जाने का कोई मार्ग नहीं है। इन्हीं जमीनों को लाखों करोड़ों के भाव में तब्दील करने भूमि स्वामियों के द्वारा नाले के ऊपर बिना परमिशन के ही खुद से पक्की पुलिया का निर्माण कर लिया गया । जिसकी जहां जमीन वहां पुलिया का निर्माण कर अपनी जमीन को समतलीकरण करा कर प्लाटिंग कर दी गई है। यही नहीं दवा गोदाम के पीछे एक बड़े हिस्से के नजूल भूमि को काटकर चौड़ी सड़क का निर्माण भी कर दिया गया है। उसके लिए भी किसी की परमिशन नहीं ली गई।