भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में राष्ट्रीय सहयोग प्रदान करने हिंदुस्तान पैट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड ने राजा गैस एजेंसी के सहयोग से स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम केशवपुर में भ्रष्टाचार उन्मूलन विषय पर कराई निबंध प्रतियोगिता….प्राचार्य ने कहा… लोकसेवकों में बढ़ता भ्रष्टाचार चिंताजनक
अम्बिकापुर।समय पूर्व अंतरराष्ट्रीय गैर सरकारी संगठन ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल ने करप्शन परसेप्शन इंडेक्स जारी किया था। इसमें भारत 180 देश के सूची में 78 में स्थान पर है। भारत में लोक सेवकों का भ्रष्टाचार एक ऐसा खतरा बन गया है, जिसे रोकने के लिए कुछ नया करने की आवश्यकता है। भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में राष्ट्रीय सहयोग प्रदान करने के लिए हिंदुस्तान पैट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड ने अपने संस्थान राजा गैस एजेंसी के सहयोग से स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम विद्यालय केशवपुर अंबिकापुर में भ्रष्टाचार उन्मूलन विषय पर निबंध प्रतियोगिता आयोजित कराई और भ्रष्टाचार उन्मूलन हेतु शपथ ग्रहण कार्यक्रम किया गया। भ्रष्टाचार उन्मूलन संबंधी सारे कार्यक्रम स्कूल के प्राचार्य श्री संतोष साहू के निर्देशन में किया गया। हिंदी एवं अंग्रेजी माध्यम में अलग-अलग निबंध प्रतियोगिता आयोजित की गई थी। जिनके परिणाम इस प्रकार रहे। अंग्रेजी माध्यम में प्रथम स्थान पर आर्यन देव लकड़ा कक्षा दसवीं, द्वितीय स्थान पर सागर यादव छठवीं, तथा तृतीय स्थान पर मीठी पांडे पांचवी रहे। हिंदी माध्यम में प्रथम स्थान मिला नेहा पैंकरा कक्षा दसवीं, द्वितीय स्थान इशिता सिंह कक्षा छठवीं और तृतीय स्थान कुमारी वर्षा यादव कक्षा पांचवी ने प्राप्त किया। इन बच्चों को नगद पुरस्कार से नवाजा गया जिसकी राशि हिंदुस्तान पेट्रोलियम कारपोरेशन लिमिटेड द्वारा प्रदान की गई थी। पुरुस्कृत बच्चों ने लोकपाल और भ्रष्टाचार पर विस्तृत जानकारी दी है। उन्होंने लिखा है करीबन 4 दशक इंतजार के बाद 2013 में लोकपाल संबंधित विधेयक को संसद से मंजूरी मिल गई थी, लेकिन किन्हीं कारणों से लोकपाल और उसके सदस्यों के नाम तय करने में 6 साल लग गए। अब जरूरी यह है कि केंद्रीय स्तर के नेताओं, नौकरशाओं की भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने वाली लोकपाल नामक नई संस्था उसे उम्मीद को पूरा करने की दिशा में आगे बढ़े जो उसमें लगाई गई है। उचित यह होगा कि सरकार का गठन होने से पहले ही लोकपाल संस्था जांच और निरीक्षण संबंधी तंत्र का गठन कर ले। केंद्रीय सेवाओं के अधिकारियों राज्य सेवाओं के कर्मचारियों के साथ-साथ सभी मंत्रियों सांसदों विधायकों को इसका आभास होना आवश्यक है, कि भ्रष्टाचार का जांच करने के लिए नई और सक्षम संस्था अस्तित्व में आ गई है और उनकी ईमानदार रहने से ही भारत का भविष्य उज्जवल होगा। भ्रष्टाचार में शामिल होने पर सजा मिलने पर ही भ्रष्टाचार के मामलों में कमी आने के साथ भ्रष्ट तत्वों के मन में भय व्याप्त होना आवश्यक है। भ्रष्टाचार उन्मूलन के उपाय के रूप में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर को भी बच्चों ने महत्व दिया है। कार्यक्रम के सफल संचालन में अंचल सिन्हा, श्रीमती मुक्ता कुजूर, गंगा पैंकरा, वंदना महथा, सतीश भाई पटेल और विकासचन्द्र श्रीवास्तव, सुनीता पांडेय की महत्ती भूमिका रही है।