Sarguja express
मो,हदीस
सीतापुर-क्षेत्र में लंबे समय से लकड़ी तस्कर अपना जाल बिछाकर कर हरियाली को समाप्त करने में लगे हुए हैं। ये तस्कर यूकेलिप्टस की आड़ में बेसकीमती लकड़ियों का भी सफाया कर रहे हैं। इसमें स्थानीय लोगों का भी भरपूर सहयोग होता है । अब देखते ही देखते यूपी की लकड़ी तस्करों की बाढ़ सी आ गई है ।
तस्कर बिना परमीशन खुले आम यूकेलिप्टस सहित अन्य पेड़ो की कटाई कर उत्तरप्रदेश सहित कई राज्यो में यहाँ की लकडी को खपा कर मोटी कमाई कर रहे है। इन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में अपने दलाल छोड़ रखे हैं जो गाँव गाँव में घूम कर पेड़ ढूंढ रहे हैं और इन तस्करों को उपलब्ध करा रहे हैं। ये लकड़ी तस्कर एक बार परमिशन लेकर बड़ी चालाकी से उसी परमिशन पर महीनों पेड़ो की कटाई कर बेखौफ लकड़ी की अवैध परिवहन कर रहे हैं। जिस गति से ये पेड़ो की सफाई कर रहे हैं,जिसे देख ऐसा लगता है कि कुछ दिनों में क्षेत्र की हरियाली देखने को नही मिलेगी।
<span;>एक तरफ देश के प्रधानमंत्री मंत्री नरेन्द्र मोदी लोगो को देश की हरियाली को बढ़ाने के लिए हर व्यक्ति को एक पौधा माँ के नाम लगाने के लिए जागरूक कर रहे है और दूसरी तरफ यह तस्कर पेड़ काट कर क्षेत्र की हरियाली को खत्म करने का जिम्मा बखूबी निभा रहे है। उत्तर प्रदेश के तस्कर रोजाना कई ट्रक लकड़ी की तस्करी बेखौफ कर प्रशासन की क्रिया कलाप पर सवालिया निशान लगा दिया है।
कल देर रात सीतापुर पुलिस ने जाँच के दौरान लकड़ी से भरी ट्रक क्रमांक UP 21 ET 3099 को रोक कर जाँच किया जिसमें लगभग 30 टन यकेलिप्ट्स की लकड़ी मिली पुलिस द्वारा कागजात मांगने पर किसी भी तरह की वैधानिक कागजात नही मिला ।जिसपर पुलिस ने वाहन थाने मे खड़ी कर मामले की जॉच में जुटी है।
इस सम्बंध पर थाना प्रभारी गौरव पाण्डे ने बताया कि,एक लकड़ी से भरा वाहन जांच के दौरान पकड़ा गया है जिसे थाने में खड़ी कर जॉच की जा रही है. इनके पास चार माह पूर्व का परमिशन है परिवहन से सम्बंधित कोई कागज नही था। इसकी जानकारी वन विभाग को दे दिया गया है, उनके ,द्वारा जॉच उपरान्त ही आगे की कार्यवाही की जायेगी।