कहा…. मैंने हर समय अपने आप को पीड़ित व्यक्ति के स्थान पर रखकर सोचा,नागरिक मंच सरगुजा का था आयोजन
अंबिकापुर.आज मेरे लिए काफी भावनात्मक पल है… आप सभी के प्यार,स्नेह लोगों की आस आज मुझे जो शब्दों के माध्यम से मिली है, मैं भाव विभोर हूं… मेरे पास शब्दों की कमी पड़ रही है… उक्त बातें कलेक्टर कुंदन कुमार ने नगर के राजमोहिनी भवन में नागरिक मंच सरगुजा द्वारा आयोजित उनके विदाई समारोह में कही. उन्होंने कहा इतना लंबा कार्यक्रम आज तक मैं नहीं देखा, जहां लोग इतने सहज तरीके से सभी को सुन रहे हैं. कुंदन कुमार ने कहा उन्होंने जो भी किया वह तभी संभव हो पाया जब आप सभी नागरिक मेरे साथ थे. आप लोगों के बिना कोई काम संभव नहीं था. यह मैंने नहीं आप लोगों ने किया है. इतनी ताकत इतना प्यार आप लोगों ने जो दिल से मुझे दिया इसे मैं कभी नहीं भूल पाऊंगा.उन्होंने कहा कि मेरे पास कभी भी कोई आता था तो मैं अपने आप को उनके स्थान पर रखकर सोचता था. क्योंकि जो व्यक्ति मेरे पास आता था मुझे मालूम है कि वह हर जगह घूम कर परेशान हो जाता था, अगर मेरे पास आकर भी उसे न्याय नहीं मिलता तो वह कहां जाता. आयोजन को नागरिक मंच सरगुजा के जेपी श्रीवास्तव,द्वितेन्द्र मिश्रा, आलोक दुबे ,कैलाश मिश्रा ,विवेक दुबे सहित अन्य ने संबोधित करते हुए कहा कि कलेक्टर कुंदन कुमार ने अपने कार्यकाल में सरगुजा क्षेत्र के विकास का नया अध्याय लिखा है. कलेक्टर का नहीं बल्कि कुंदन कुमार का है. किसी पद का सम्मान जब किसी व्यक्ति को व्यक्तिगत सम्मान मिलता है तो यह साबित हो जाता है कि उन्होंने अपने कार्यकाल में बहुत कुछ किया.आखिरी व्यक्ति तक शासकीय योजना इस दिशा में कलेक्टर कुंदन कुमार ने काम किया.त्रिलोक कपूर कुशवाहा,करता राम गुप्ता,हेमंत तिवारी, डॉ एके सिंह, इरफ़ान सिद्दीकी, राम लखन पैकरा, कौशलेंद्र पांडे, अशफाक अली, प्रमोद चौधरी, मंजूषा भगत, नगर नगर निगम आयुक्त अभिषेक कुमार सहित भारी संख्या में स्वच्छता दीदिया वह अन्य लोग मौजूद थे. पूरे आयोजन का संचालन नरेंद्र सिंह टूटेजा ने किया.
मुझे आज और भी गर्व है
कलेक्टर कुंदन कुमार की धर्मपत्नी पारुल माथुर ने इस मौके पर भावुक होते हुए कहा आप सभी के इतना सम्मान वह प्यार को देखकर मेरे द्वारा जो पारिवारिक सैक्रिफाइस उसका हमें बहुत अच्छा फल मिला. कलेक्टर कुंदन कुमार को कहां की मुझे आज आप की पत्नी होने का और भी गर्व है. उन्होंने स्वच्छता दीदीयो करते हुए कहा कि आज उनके कारण सरगुजा का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लिया जाता है.
सरगुजा एसपी को मेरा लक्ष्मण कहते हुए किया संबोधित
एसपी को लक्ष्मण कहकर किया संबोधित
कलेक्टर कुंदन कुमार ने अपने भावनात्मक उद्बोधन में सरगुजा पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार को अपना लक्ष्मण कहते हुए संबोधित किया. उन्होंने कहा कि हर मौके पर सरगुजा एसपी सुनील कुमार उनके साथ-साथ खड़े रहकर काम किया गया.