अंबिकापुर.प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की एक और गारन्टी छत्तीसगढ़ राज्य में पूरी हुई। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय द्वारा मंगलवार को कृषक उन्नति योजना के तहत समर्थन मूल्य से अन्तर की राशि का अन्तरण जिला बालोद में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में किसानों के खातों में किया गया। बता दें कि छत्तीसगढ़ शासन द्वारा किसानों से खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में 3100 रूपये प्रति क्विंटल की दर से धान का उपार्जन किया गया है और इसी कड़ी में समर्थन मूल्य से अन्तर की राशि का अन्तरण कृषक उन्नति योजना के तहत किया गया।
इस क्रम में अम्बिकापुर के कृषि विज्ञान केंद्र में जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जहां अम्बिकापुर विधायक श्री राजेश अग्रवाल, पूर्व सांसद श्री कमलभान सिंह, पार्षद श्री आलोक दुबे, कलेक्टर श्री विलास भोस्कर, पुलिस अधीक्षक श्री विजय अग्रवाल, मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री नूतन कुमार कंवर, स्थानीय जनप्रतिनिधि, अधिकारी-कर्मचारी सहित हितग्राही कृषक उपस्थित रहे। कार्यक्रम में खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 हेतु जिले के कुल 50518 किसानों से 317987 मीट्रिक टन धान की खरीदी समर्थन मूल्य पर की गई है। कृषक उन्नति योजना के तहत सरगुजा जिले में 50518 कृषकों को धान के समर्थन मूल्य में अंतर की राशि 291.59 करोड़ रुपए की राशि का अंतरण किया गया।
इस अवसर पर प्रतिकात्मक रूप से हितग्राही किसानों को उनके खाते में आने वाली राशि के चेक वितरण किए गए। साथ ही महिला हितग्राहियों को राशनकार्ड का भी वितरण किया गया।
मुख्य अतिथि विधायक श्री अग्रवाल ने इस अवसर पर जिले के समस्त कृषकों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की एक और गारंटी आज पूरी होने जा रही है। जब से छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की सरकार बनी है, आमजनों को विभिन्न योजनाओं का लाभ मिला है। धान बोनस की राशि का वितरण, आवास की स्वीकृति एवं राशि जारी, और अब महतारी वंदन योजना के तहत सभी महिलाओं को प्रतिमाह एक-एक हजार रुपए की राशि दी जा रही है।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ के किसानों से 3100 रूपए क्विंटल की दर से धान खरीदी की गारंटी को पूरा करने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार की कृषक उन्नति योजना का प्रदेशव्यापी शुरूआत हुई है। राज्य में खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में राज्य के 24.72 लाख किसानों से 144.92 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी समर्थन मूल्य पर की गई जिसके एवज में किसानों को 31 हजार 914 करोड़ रूपए का भुगतान किया जा चुका है। किसानों को धान के मूल्य में अंतर की राशि 13 हजार 320 करोड़ रूपए का भुगतान किया गया है।
*कृषक उन्नति योजना का उद्देश्य-*
इस योजना का उद्देश्य फसल क्षेत्राच्छादन, उत्पादन एवं उत्पादकता में वृद्धि करने एवं फसल के कास्त लागत में कमी लाकर कृषकों के आय में वृद्धि तथा उनके सामाजिक-आर्थिक स्तर में सुधार करना है। साथ ही कृषकों को उन्नत बीज, उर्वरक, कीटनाशक, मानव श्रम, यांत्रिकीकरण एवं नवीन कृषि तकनीक में निवेश को प्रोत्साहित करना और कृषि को लाभ के व्यवसाय के रूप में पुर्नस्थापित करने के उद्देश्य से कृषक उन्नति योजना प्रारंभ की गई है।