Sarguja express…..
अम्बिकापुर।छत्तीसगढ़ के पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने अंगदान करने का संकल्प लिया है। उन्होंने केंद्र सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर पंजीकरण करवाकर मौत के बाद अपनी दोनों आंखें, किडनी, लिवर और बाकी अंग दान करने का संकल्प लिया है। सिंहदेव के भतीजे और रेड क्रॉस सोसाइटी के सरगुजा चेयरमैन आदितेश्वर शरण सिंहदेव ने भी अंगदान का संकल्प पत्र भरा है।
टीएस सिंहदेव ने कहा कि, समाज के प्रति आवश्यक जवाबदेही अंगदान है, जो उतनी स्वीकार्य नहीं हो पाई है। अभी तक मृत्यु के बाद दाह संस्कार की परंपरा रही है। लेकिन हमारी सोच में वो जगह नहीं बन पाई है कि मौत के बाद हमारा अंग दूसरों के काम भी आ सकता है। कुछ साल पहले मैंने नेत्रदान का संकल्प लिया था, लेकिन वह पंजीकृत नहीं हो सका था।
टीएस सिंहदेव ने नेत्रदान सहित अपने किडनी, लीवर, पेंक्रियाज और टिश्यू के दान का संकल्प लिया। उन्होंने कहा कि, मृत्यु के बाद यह अंग किसी के काम आए तो अच्छा है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री रहते उन्होंने पाया था कि छत्तीसगढ में अंगदान एवं उनकी उपलब्धता से संबंधित संस्थाये रोटा और सोटा मौजूद नहीं थी। इससे छत्तीसगढ में लिवर, किडनी जैसे अंगों के जरुरतमंद मरीजों के लिये बडी समस्यायें थी। किंतु अपने कार्यकाल में उन्होंने न केवल इन संस्थाओं को छत्तीसगढ में सक्रीय किया, साथ ही साथ छत्तीसगढ में टिश्यू बैंक की भी स्थापना की।
अब राष्ट्रीय स्तर पर अंगदान की संस्थाएं छत्तीसगढ़ में स्थापित हैं और चल रही हैं।टीएस सिंहदेव का जन्म 31 अक्टूबर 1952 को हुआ था। सरगुजा रियासत से जुड़े टीएस सिंहदेव भूपेश सरकार में डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री भी थे। सिंहदेव ने लोगों को अंगदान के लिए संवेदनशील होने की अपील की है।
आदितेश्वर ने भी किया अंगदान
सिंहदेव के भतीजे आदितेश्वर सरगुजा रेडक्रास के चेयरमैन भी हैं। उन्होंने भी अंगों के दान का संकल्प लिया। आदितेश्वर ने कहा कि, दो साल पहले ही अंगदान का निर्णय लिया था। आज उसका रजिस्ट्रेशन किया। छत्तीसगढ़ अंगदान के मामले में अंतिम पायदान पर था। अब वह 20वें स्थान पर आया है। कई संस्थाएं इसमें अच्छा काम कर रही हैं। जागरूकता बढ़ाने का काम कर रही है।
5000 लोगों से अंगदान प्रतिज्ञा प्राप्त कर चुके हैं आर्यन सिन्हा
पूर्व उपमुख्यमंत्री श्री टी0एस0 सिंहदेव एवं श्री आदित्येश्वर शरण सिंहदेव का अंगदान प्रतिज्ञा प्राप्त करने वाले आर्यन सिन्हा अबतक 5000 लोगों से अंगदान की प्रतिज्ञा प्राप्त कर चुके हैं। रेडक्रॉंस सोसायटी के आजीवन सदस्य आर्यन सिन्हा विगत 3 वर्ष से रक्तदान महादान-अंगदान महादान कार्यक्रम चला रहे है। इस क्षेत्र में कार्य करने के मामले में वे पूरे देश मेें वे सबसे कम उम्र के व्यक्ति हैं। अबतक उनसे प्रतिज्ञा प्राप्त 10 व्यक्तियों अंगदान भी प्राप्त हो चुके हैं। इस माह ही अंगदान के उपर राजस्थान की राजधानी जयपुर में आयोजित कांक्लेव में उन्होंने छत्तीसगढ का प्रतिनिधित्व भी किया था।