Sarguja express…..
अंबिकापुर. आजाद सेवा संघ के प्रदेश सचिव रचित मिश्रा के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने आज राजीव गांधी पीजी कॉलेज के प्राचार्य को एक अनोखे विरोध प्रदर्शन के तहत ‘समस्याओं का गुलदस्ता’ भेंट किया। इस गुलदस्ते में फूलों की जगह महाविद्यालय की विभिन्न समस्याओं से जुड़ी शिकायतें थीं, जिन्हें तत्काल हल करने की मांग की गई। संघ ने कॉलेज प्रशासन पर छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया और कहा कि उनकी अनदेखी अब और बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
प्रमुख समस्याएँ और मांगों को लेकर संघ ने कहा कि
7 वे सेमेस्टर का सिलेबस और कक्षाओं का शेड्यूल अभी तक जारी नहीं किया गया है, जबकि परीक्षाएँ नजदीक हैं। छात्रों को बिना किसी तैयारी के परीक्षा में बैठना पड़ सकता है, जिससे उनके परिणाम बुरी तरह प्रभावित होंगे। कुछ प्राध्यापकों द्वारा विद्यार्थियों के साथ अनुचित व्यवहार और दुर्व्यवहार की शिकायतें लगातार मिल रही हैं। साथ ही, सभी प्राध्यापकों का कॉलेज में निर्धारित समय पर प्रवेश और नियमित कक्षाएँ लेना अनिवार्य होना चाहिए, ताकि छात्रों की पढ़ाई प्रभावित न हो। बिना कक्षाएँ आयोजित किए ही विद्यार्थियों को असाइनमेंट और सेमिनार दे दिए जाते हैं, जिससे उन्हें अपनी पढ़ाई खुद ही करनी पड़ती है।
बार-बार विद्यार्थियों को ‘बैक’ लग रही है, लेकिन पुनः परीक्षा आयोजित करने के संबंध में परीक्षा समिति द्वारा कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया है। इस कारण छात्रों को एक ही वर्ष में कई बार परीक्षा देनी पड़ती है और उनका समय बर्बाद होता है।
महाविद्यालय का भवन अत्यंत जर्जर अवस्था में है, जहाँ कहीं पानी टपकता है तो कहीं प्लास्टर झड़ता है। छात्रों की सुरक्षा से महाविद्यालय को कोई मतलब नहीं है। यह स्थिति किसी भी दिन बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है। महाविद्यालय परिसर में कोई स्पष्ट सूचना-बोर्ड या बैनर नहीं है, जिस पर टीसी, माइग्रेशन, अंकसूची आदि प्राप्त करने का स्थान और समय अंकित हो। छात्रों को एक छोटे से काम के लिए भी दिनों-दिनों तक भटकना पड़ता है। प्रदर्शन के दौरान अनुराग जायसवाल, सक्षम कुशल जायसवाल, हर्ष केसरवानी, निखिल पटेल, सचिन गुप्ता, उत्कर्ष पांडे, आदर्श जायसवाल, तूलिका मानिकपुरी, आंचल मिश्रा, नीतीश भाई पटेल, विकास आदित्य, रवि और सोनू सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
सिंगल-विंडो सिस्टम की मांग
छात्रों ने रिजल्ट और फीस जमा करने जैसे कार्यों के लिए सिंगल-विंडो सिस्टम की मांग की है, ताकि उन्हें एक ही जगह पर सभी कार्य पूरे करने की सुविधा मिले और बार-बार विभागों के चक्कर न काटने पड़ें।
अवैध वसूली और ऑडिटोरियम का दुरुपयोग
एडमिशन दिलाने के नाम पर बाहरी व्यक्ति और ऑनलाइन सेंटर छात्रों से अवैध वसूली कर रहे हैं। इसके अलावा, महाविद्यालय के शासकीय ऑडिटोरियम का उपयोग बाहरी कोचिंग सेंटरों और दुकानों के प्रचार के लिए किया जा रहा है, जो कि पूरी तरह से अनुचित है।
प्रशासन को मिला 3 दिन का अल्टीमेटम
रचित मिश्रा ने विस्तार से पूरी समस्याओं के बारे में बताया और कहा कि आज बड़े अनोखे तरीके से हमारे द्वारा यह अनोखा प्रदर्शन किया गया है, जिसमें महाविद्यालय की प्राचार्य को समस्याओं का गुलदस्ता भेंट किया। उन्होंने यह भी कहा कि महाविद्यालय प्रबंधन छात्र हित में फैसले लेने में सालों का समय लगाता है, जिससे पूरी व्यवस्था चरमरा चुकी है। संघ ने महाविद्यालय प्रशासन को 3 दिन का समय दिया है। यदि इस अवधि में इन समस्याओं के समाधान के लिए कोई भी ठोस कार्यवाही नहीं की गई, तो संगठन एवं छात्रों के द्वारा बहुत ही अनोखा और बड़ा उग्र प्रदर्शन होगा।