रामानुजगंज। मंदबुद्धि राजस्थान के चंपालाल भटकते हुए रामानुजगंज पहुंच गए थे जिनके बाल दाढ़ी बड़े हुए एवं कपड़े काफी गंदे थे जो भीख मांग कर अपना जीवन यापन कर रहे थे इसी बीच इन पर नजर होटल व्यवसायी विनय गुप्ता एवं समाजसेवी विजय तिवारी की पड़ी तो उनके चंपालाल से आत्मीयता से बात विचार कर उसका सबसे पहले बड़े हुए बाल दाढ़ी को बनवाकर स्नान कराकर नेकी की दीवार में लगे कपड़े को पहनवाया एवं वहां से अंबिकापुर के लिए रवाना किया जहां से वह ट्रेन से अपने गंतव्य तक जाएंगे।
मैले कुचेले कपड़े, बढ़ी हुई बाल दाढ़ी, हाथ पैर नाखून बढे हुए स्थिति में चंपालाल रामानुजगंज पहुंचे थे।स्थिति ऐसी थी कि कोई नजदीक भी नहीं जा रहा था। वह भीख मांग कर अपना जीवन यापन कर रहे थे। इस बीच नेक दिल होटल व्यवसायी विनय गुप्ता एवं समाजसेवी विजय तिवारी की नजर उन पर पड़ी तो उनके द्वारा नए व्यक्ति को देखकर उनसे आत्मीयता से बातचीत हुई तो उन्होंने बताया कि मैं राजस्थान से हूं और यहां पर भटकते हुए आ गया हूं। इसके बाद उनको बाल दाढ़ी नाखून कटवा कर नहलवा कर नेकी के दीवार में लगे कपड़े को बनवाया गया एवं यहां से अंबिकापुर के लिए भेजा गया जहां से वह अपने गंतव्य तक जाएंगे।
सफाई कर्मी बिगन राम ने दिया मानवता का परिचय
नगर पंचायत के नियमित सफाई कर्मी बिगन राम को भी जब जानकारी मिली तो उन्होंने भी भरपूर मदद चंपालाल की। नगर वासियों के सहयोग से चंपालाल की सूरत बदल गई ।पहले जैसे स्थिति में आया था जाते समय पहचाना मुश्किल था।
रोते रामानुजगंज आय, हंसते हुए विदा लिये
जब रामानुजगंज चंपालाल पहुंचे थे तो उनके चेहरे पर उदासी एवं वे रो रहे थे, परंतु जब नगरवासियों के द्वारा आत्मीयता से अनजान व्यक्ति की मदद की गई उसे देखते हुए वह गदगद दिखे एवं जाते समय उनके चेहरे पर मुस्कान देखते बन रही थी।