Sarguja express….
उदयपुर. सरगुजा जिले के उदयपुर विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत घुंचापुर के डुमरपानी में आंगनबाड़ी भवन का निर्माण कार्य ढाई साल से अधूरा है, जिसके कारण राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहलाने वाली कोरवा पंडो जनजाति के बच्चे जर्जर और कच्चे मकान में बैठकर पढ़ाई करने को मजबूर हैं। जिम्मेदारों की लापरवाही से शासन की महत्वपूर्ण योजनाएं दम तोड़ रही हैं।

यह भवन साल 2023-24 में आदि ग्राम योजना के तहत स्वीकृत हुआ था और इसकी निर्माण एजेंसी ग्राम पंचायत को बनाया गया था। निर्माण एजेंसी ने लाखों रुपए की राशि आहरित कर ली है, लेकिन निर्माण कार्य को डोर लेवल (दरवाजे के स्तर) तक कराकर बंद कर दिया गया है। भवन न होने के कारण बच्चों को खपरैल मकान में कक्षाएं संचालित करनी पड़ रही हैं, जहां वे कई तरह की परेशानियों का सामना कर रहे हैं।
सतीश पंडों ने बताया कि मकान को आंगनबाड़ी लगाने के लिए दिया गया था। तत्कालीन सरपंच के भतीजे चिंतामणि पैकरा ने 6 महीने के लिए मकान देने और प्रति माह 1200 रुपए किराया देने का वादा किया था, लेकिन दो साल बीत जाने के बाद भी न तो निर्माण पूरा हुआ और न ही उन्हें किराए की राशि मिली है। निर्माण कार्य अधूरा रहने पर चिंतामणि सिंह ने कहा कि चार लाख रुपए आहरण किए गए हैं और मिस्त्री नहीं मिलने के कारण काम बंद है। सुपरवाइजर सुमन किंडो ने बताया कि बरसात के दिनों में कच्चे मकान की छत से पानी टपकने के कारण स्कूल लगाने में परेशानी होती है और कई बार बच्चों को समय से पहले छुट्टी करनी पड़ती है।
अब तक 40 प्रतिशत पैसे निकाले गए हैं: गुप्ता
मामले में जनपद सीईओ वेदप्रकाश गुप्ता ने कहा कि यह भवन ढाई साल पहले स्वीकृत हुआ था। अब तक 40 प्रतिशत राशि निकाली गई है। उन्होंने जल्द से जल्द निर्माण कार्य पूरा कराने के लिए हिदायत देने की बात कही है।


 
																		 
																		 
																		 
																		