17 September 2024
धौरपुर नवीन शासकीय स्नात. महाविद्यालय के छात्र आज भी जमीन पर बैठकर करते हैं पढ़ाई….महाविद्यालय की लचर व्यवस्था को लेकर आजाद सेवा संघ ने कलेक्टर के नाम सौंपा ज्ञापन
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धौरपुर नवीन शासकीय स्नात. महाविद्यालय के छात्र आज भी जमीन पर बैठकर करते हैं पढ़ाई….महाविद्यालय की लचर व्यवस्था को लेकर आजाद सेवा संघ ने कलेक्टर के नाम सौंपा ज्ञापन

अम्बिकापुर । सरगुजा के धौरपुर में स्थित नवीन शासकीय स्नात. महाविद्यालय की लचर व्यवस्था को लेकर आजाद सेवा संघ ने कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा। धौरपुर, नवीन शासकीय स्नात. महाविद्यालय के छात्र आज भी जमीन पर बैठकर पढ़ाई करते हैं । बैंच और भवन की कमी से जूझ रहे महाविद्यालय में प्रथम वर्ष की केवल पढ़ाई होती है जबकि द्वितीय एवं तृतीय वर्ष का तय नही है। आजाद सेवा संघ ने ज्ञापन सौंप मांग करने के साथ अपर संचालक को इस गम्भीर मामले से अवगत कराकर जल्द कार्रवाई की मांग की।

सरगुजा जिले के अंतर्गत लुंड्रा, धौरपुर में इसी साल से स्थित नवीन शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय है। जहां भवन की कमी के कारण केवल प्रथम वर्ष की ही पढ़ाई हो रही है। जहां की सभी संकाय के छात्र हैं। वहां केवल 4 क्लास रूम हैं वहीं लगभग 200 छात्र अध्ययन करते हैं। परन्तु काफी समय से वहां के छात्र पर्याप्त भवन (कक्षाएं) न होने के कारण कई प्रकार की समस्याओं का सामना कर रहे हैं। बड़ी दिक्कत ये है कि जब विश्ववविद्यालय द्वारा मार्च-अप्रैल में परीक्षा आयोजित होगी तब इस महाविद्यालय को भी परीक्षा केंद्र में शामिल किया जायेगा परन्तु भवन की कमी के वजह से छात्र परीक्षा नही दे पाएंगे। वहीं सत्र 2023-24 के छात्र मार्च-अप्रैल में प्रथम वर्ष की परीक्षाएं देंगे जिन्हें उनके मुख्य महाविद्यालय को छोड़कर सीतापुर परीक्षा देना पड़ेगा जो कि लगभग 90 कि.मी की दूरी पर स्थित है, काफी दूर है। बहुत से छात्र आर्थिक रूप से प्रभावित होंगे। परीक्षा देने के पश्चात छात्र उतीर्ण होंगे तो आगे की कक्षाओं की पढ़ाई भवन की कमी के कारण नही कर पाएंगे। क्योंकि तब नए सत्र के छात्र प्रवेश ले लेंगे तो उनकी पढ़ाई जारी हो जाएगी। जो की काफी गंभीर विषय है एवं निराकरण करना बहुत ज़रूरी है, जिससे कि छात्र स्नातकोत्तर की पढ़ाई पूर्ण कर सकें। यहां तक कि वहां छात्रों के बैठने की व्यवस्था तक नही है। छात्र आज भी कक्षा में जमीन पर बैठकर पढ़ाई करते हैं, बैंच का अभाव है। जिन कक्षाओं में बैंच हैं भी तो वे टूटे-फूटे हैं। छात्र अध्ययन करने के साथ-साथ परीक्षा भी जमीन पर बैठकर देते हैं।
महाविद्यालय में छात्र-छात्राएं अध्ययन करते हैं जहां शौचालय की व्यवस्था पूरी तरह लचर है। छात्र शौचालयों, पेयजल जैसे मूलभूत आवश्यक्ताओं से जूझ रहे हैं, उन तक यह सुविधा नही पहुँच पाई है। पीने के पानी के लिए उचित व्यवस्था भी नही है।
दूसरी ओर महाविद्यालय का मैदान जो कि पूरी तरीके से तैयार नही हुआ है, जहां छात्र खेलने-कूदने में असर्मथ हैं। मैदान समतल न होने के कारण छात्रों को कई तरह से परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
जिसको देखते हुए गैर राजनीतिक दल आजाद सेवा संघ के प्रदेश सचिव रचित मिश्रा के नेतृत्व में एवं संघ छात्र मोर्चा जिला अध्यक्ष प्रतीक गुप्ता की उपस्थिति में कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर मांग किया गया कि परीक्षाओं के लिए परीक्षा केंद्र निकट जगह दिया जाए जिससे कि छात्रों को अधिक दूरी तय न करना पड़े और जल्द से जल्द भवन निर्माण कर स्थिति को दुरुस्त कर पूरी तरह से छात्रों के अनुकूल बनाया जाए जहां पर्याप्त भवन हो, पेयजल, शौचालयों, मैदान समेत मूलभूत आवश्यकताएं पूर्ण हो सकें जिससे की छात्र बिना किसी परेशानी के अध्ययन कर स्नातकोत्तर की पढ़ाई पूर्ण कर सकें। संघ द्वारा उपर संचालक को भी गम्भीर मामले से अवगत करवाया गया एवं जल्द सुधार करवाने की मांग की गई। इस दौरान संघ जिला महासचिव हर्ष सोनी, संजय बड़ा दिलीप दास महंत, सत्यप्रकाश दास महंत, मनीष सिंह, अजय टेकाम, साहिल टोप्पो साथ ही धौरपुर महाविद्यालय के छात्र उपस्थित रहे।

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