Sarguja express ….
अम्बिकापुर।गैर इरादतन हत्या के मामले मे थाना दरिमा पुलिस टीम ने 3 आरोपी को गिरफ्तार किया है। पूर्व मे पुलिस टीम द्वारा मामले मे शामिल 1 आरोपी कों गिरफ्तार कर जेल भेजा था।आरोपियों के कब्जे से घटना मे प्रयुक्त जीआई तार जप्त किया गया।
पुलिस ने बताया कि थाना दरिमा करम्हा रोड के बगल में 28 जनवरी को
मृतक शिवनारायण अपने 02 भैंस को अपने जान पहचान के व्यक्ति को बिक्री कर कुछ दूर छोडने गया था और वापस नहीं आया। जिसका खोजबीन करने पर दिनांक 03 फरवरी को घर से करीब 500 मीटर दूर पर करम्हा रोड के बगल में पुटुस झाडी में शिवनारायण का शव मिला। पुलिस टीम द्वारा शव निरीक्षण कर शव का पी.एम. कराया गया। शॉर्ट पी एम. रिपोर्ट प्राप्त हुआ डॉक्टर द्वारा मृतक की मृत्यू बिजली का करंट झटका लगने से होना लेख किया गया है। जो किन्ही अज्ञात व्यक्तियों द्वारा जंगली जानवर का शिकार करने के लिये जंगल के पगडंडी पर बिजली करेंट का नंगा तार बिछाया था, जिसके चपेट में आने से शिवनारायण की मौत हो गयी हैं। जांच पश्चात अज्ञात व्यक्तियों के विरूद्ध थाना दरिमा मे धारा 105, 103 (1), 238 (ए), 3(5) बी.एन.एस. का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना मे लिया गया। पुलिस टीम द्वारा पूर्व मे मामले मे कार्यवाही करते हुए प्रकरण मे शामिल आरोपी इंद्रकुमार मरकाम कों गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा मे भेजा गया था, एवं मामले मे फरार आरोपियों का लगातार पता तलाश किया जा रहा था।
दौरान विवेचना आरोपी इन्द्रकुमार के कथन के अनुसार मामले मे शामिल अन्य आरोपी लाल यादव, प्रभु दयाल सिंह, सुबिन मझवार को पकड़कर हिरासत मे लेकर पूछताछ किया गया। आरोपियों द्वारा अपना नाम लाल यादव आत्मज स्व. रामनाथ यादव उम्र 40 वर्ष निवासी करम्हा थाना दरिमा, प्रभुदयाल सिंह आत्मज ईश्वर सिंह उम्र 34 वर्ष निवासी पम्पापुर अमेरापारा थाना दरिमा, सुबिन मझवार आत्मज स्व. करन मझवार उम्र 35 वर्ष निवासी पम्पापुर अमेरापारा थाना दरिमा का होना बताया। आरोपियों से घटना के सम्बन्ध मे से पूछताछ करने पर घटना कारित किया जाना स्वीकार किया गया। आरोपियों के कब्जे से घटना मे प्रयुक्त जीआई तार बरामद किया गया हैं, आरोपियों द्वारा घटना कारित किया जाना स्वीकार किये जाने पर मामले मे आरोपियों कों गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया गया हैं। सम्पूर्ण कार्यवाही मे थाना प्रभारी दरिमा निरीक्षक शशिकांत सिन्हा, सहायक उप निरीक्षक बैजनाथ लकड़ा, आरक्षक जगेश्वर बघेल, राज जायसवाल, संजीत माझी सक्रिय रहे।