26 October 2025
छत्तीसगढ़ बनेगा शिक्षा और इनोवेशन का हब ….. मोतीलाल ओसवाल फाउंडेशन ने आईआईएम-एनआईटी को 172 करोड़ का अनुदान दिया
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छत्तीसगढ़ बनेगा शिक्षा और इनोवेशन का हब ….. मोतीलाल ओसवाल फाउंडेशन ने आईआईएम-एनआईटी को 172 करोड़ का अनुदान दिया

Sarguja express……

रायपुर/ अंबिकापुर. – मोतीलाल ओसवाल फाउंडेशन ने छत्तीसगढ़ की दो प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थाओं – इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट रायपुर और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी रायपुर – को कुल 172 करोड़ की सहायता प्रदान करने की घोषणा की है। इसमें 101 करोड़ आईआईएम और 71 करोड़ एनआईटी को दिए गए ,रायपुर के पास, नागपुरा गांव के मूल निवासी, श्री अग्रवाल अपनी जन्मभूमि और शुरुआती शिक्षा की इस भूमि को कुछ लौटाने का संकल्प लेकर यह योगदान दिया.

इस अवसर पर माननीय मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय, उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा, सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल, विधायक श्री राजेश मूणत, एनआईटी रायपुर के चेयरमैन डॉ. सुरेश हावरे, आईआईएम रायपुर के चेयरमैन श्री पुनीत डालमिया, एनआईटी के निदेशक डॉ. एन. वी. रमना राव, आईआईएम रायपुर के प्रभारी निदेशक डॉ. संजीव प्रशार, स्किल डेवेलपमेंट विभाग के सचिव डॉ. एस. भारतीदासन (आईएएस) और श्री रामदेव अग्रवाल सहित संस्थानों और सरकार के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

श्री रामदेव अग्रवाल, ट्रस्टी, मोतीलाल ओसवाल फाउंडेशन, ने कहा: “छत्तीसगढ़ ही वह जगह है जहाँ मेरी जड़ें हैं। एक किसान के बेटे के रूप में, मैं इसी धरती के करीब पला-बढ़ा हूँ। शिक्षा ने मेरे लिए ऐसे दरवाजे खोले जिनकी मैंने कभी कल्पना भी नहीं की थी, और मैंने यह भी देखा है कि सही समय पर सही मदद कैसे किसी की ज़िंदगी को बदल सकती है। आईआईएम रायपुर और नीट रायपुर को यह मदद देना मेरे लिए एक पूर्ण चक्र जैसा है, जहाँ मुझे छत्तीसगढ़ के राष्ट्रीय महत्व के संस्थानों को सहारा देने का मौका मिला है। मेरा सपना है कि इस क्षेत्र से विश्वस्तरीय संस्थान उभरें, जो युवा मनों को एक ऐसा माहौल दें जहाँ वे प्रेरित, समर्थित और बड़े सपने देखने के लिए आश्वस्त महसूस करें।

श्री मोतीलाल ओसवाल, चेयरमैन, मोतीलाल ओसवाल फाउंडेशन: यह पड़ाव मेरे लिए बेहद व्यक्तिगत है। रायपुर ने मुझे एक ऐसा कारोबारी साथी और आजीवन मित्र दिया, रामदेव अग्रवाल, जो इसी पवित्र धरती के बेटे हैं। 40 साल से अधिक की हमारी यह यात्रा साझा मूल्यों, विश्वास, प्रयासों, विचारों और इरादों के चक्रवृद्धि प्रभाव (कम्पाउंडिंग) की खामोश ताकत पर बनी है। यह योगदान उस भूमि को हमारी सच्ची श्रद्धांजलि है, जिसने हमारे विकास के बीज बोए। हमें उम्मीद है कि ये संस्थान रामदेव जैसे सैकड़ों छात्रों को आत्मविश्वास, उद्देश्य और बड़े सपने देखने के साहस के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेंगे।

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