Sarguja express….
अंबिकापुर । सूर्योपासना के महापर्व छठ के लिए रविवार को व्रती श्रद्धालुओं ने घाट बंधान का धार्मिक अनुष्ठान पूरा किया। नगर के छठ घाटों में व्रती श्रद्धालुओं के साथ शहरवासियों की घाट बंधान अनुष्ठान में भारी भीड़ उमड़ी। खीर भोजन के साथ सूर्योपासना का कठिन व्रत शुरु हुआ। सोमवार को अस्त होते सूर्य को अर्घ्य देने श्रद्धालु उमड़ेंगे। छठ पर्व को लेकर शहर में भक्ति और उल्लास का वातावरण निर्मित हो गया है।

नगर के प्रमुख छठ घाट शंकरघाट व घुनघुट्टा नदी तट,पैलेस घाट में घाट पूजन के दिन ही भारी भीड़ उमड़ी। आकर्षक ढंग से सजे-धजे शंकरघाट की रौनकता हर किसी को अपनी ओर आकर्षित कर रही है। यहां महामाया सेवा समिति के अध्यक्ष विजय सोनी के नेतृत्व में समिति से जुड़े लोग और सेवाभावी युवाओं द्वारा आयोजन को भव्यता प्रदान करने पूरी मेहनत की जा रही है। श्री शिवशंकर सिंह सेवा समिति द्वारा विशुनपुर छठ तालाब में आयोजन को भव्यता प्रदान किया गया है। यहां श्रद्धालुओं को सुविधा उपलब्ध कराने बेहतर व्यवस्था की गई है। इसके अलावा नगर के शिवधारी तालाब, गांधीनगर तालाब, दर्रीपारा तालाब, आदर्श सेवा समिति द्वारा खैरबार बांध, महामाया तालाब, बौरी तालाब, मैरिन ड्राइव, सहित अन्य छठ घाटों में भी व्रती श्रद्धालुओं ने स्नान किया और अपने-अपने घाट की पूजा की।

सोमवार को छठ के दिन अस्तांचल सूर्य को अर्घ्य देने जन सैलाब उमड़ेगा। घाट बंधान के दिन ही रविवार को लोगों की भारी भीड़ छठ घाट में देखने को मिली,जहां पूरा माहौल भक्तिभाव में डूबा हुआ है। स्थानीय शंकर घाट का प्राकृतिक व अद्भूत नजारा हर किसी को अपनी ओर खींच रहा है। छठ पर्व न मनाने वाले लोग भी उत्साह से इस महापर्व में सहभागी बनने इस घाट पर पहुंच रहे हैं। शहर का हर परिवार भी इस महापर्व से प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रुप से जुड़ चुका है। युवा वर्ग भी श्रद्धालुओं की सेवा में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है, ऐसा संयोग शायद ही किसी पर्व में देखने को मिलता है, जिसमें हर कोई उत्साहित है। भारी भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने भी चाक चौबंद व्यवस्था की है।

शहर के इन स्थानों पर उमड़ेंगे श्रद्धालु
सूर्योपासना के महापर्व छठ की तैयारी पूरी कर ली गई है। नगर के शंकर घाट में महामाया सेवा समिति, महामाया मंदिर तलाब में महामाया पूजा समिति, बिशुनपुर तालाब में श्री शिवशंकर सिंह सेवा समिति, खैरबार मायापुर सिंचाई डेम में आदर्श सेवा समिति द्वारा व्यापक व्यवस्था की गई है। इसके अतिरिक्त नगर के बौरी तालाब, पैलेस घाट, मैरिन ड्राईव, गांधीनगर तालाब, हरसागर तालाब, शिवधारी तालाब में भी छठ पूजा के लिए बेहतर व्यवस्था की गई है। जगह-तोरण द्वार व विद्युत झालरों से आकर्षक साज-सज्जा से पूरा शहर जगमगा रहा है। रविवार को सभी छठ घाटों में घाट बंधान के अनुष्ठान के लिए श्रद्धालु परिवार सहित दोपहर बाद पूजन सामग्री लेकर निकल पड़ी थी। रास्त भर छठी मैया की गीतों से नगर का माहौल भक्ति रस से सराबोर रहा। सोमवार को छठ पर्व के दिन अस्तांचल सूर्य को अर्घ्य देने घाटों में जन सैलाब उमड़ेगा। गत वर्ष स्थानीय शंकर घाट में हजारो श्रद्धालू की भीड़ उमडी थी.
घर-घर खीर भोज का हुआ आयोजन-
घाट बनाने के साथ रविवार को घर-घर खीर भोज का आयोजन हुआ. आम की लकड़ी जलाकर बनने वाले इस खीर का विशेष प्रसाद चढ़ता है। गुड़ से बनने वाले इस खीर को विशेष रूप से प्रसाद के रूप में ग्रहण किया जाता है। इस दिन शहर के अधिकांश घरों में खीर भोज का आयोजन हुआ. जहां लोगों ने ईस्ट मित्रों को भी आमंत्रित किया और खीर प्रसाद के रूप में प्रदान किया।

