कुसमी। हरेली त्यौहार हरियाली का प्रतीक माना जाता है, किसान अपनी फसल की सुरक्षा की कामना करते हुए हरेली तिहार मनाते हैं ,जब किसान आषाढ़ के महीने में अपने खेतों में फसल उगाता है तो श्रावण महीने के आते धान का फसल हरा भरा हो जाता है, तब किसान अपनी फसल की सुरक्षा हेतु हरेली तिहार मनाता है, इस दिन किसान कुलदेवता व कृषि औजारों की पूजा अर्चना करने के साथ ही अच्छी फसल की कामना करते हैं। हरेली पर्व में बैलों हल व खेती में काम आने वाले औजारों की विशेष पूजा करने के बाद खेती का काम शुरू करते है। हरेली पर्व पर किसान नागर , कुदाली ,फावड़ा समेत कृषि में काम आने वाले औजारों की साफ सफाई करते हैं। पौधा जगाबो अभियान के
इसी कड़ी में विकासखंड कुसमी के गोठान ग्राम करकली में भी कृषि विभाग के द्वारा हरेली तिहार मनाया गया। तो वहीं दूसरी ओर वन परीक्षेत्र अधिकारी द्वारा अपने वन कार्यालय में ग्रामीणों के साथ मिलकर पौधारोपण एवं वितरण का कार्यक्रम भी किया गया। पारंपरिक हरेली पर्व पर गोठान में भी पूजा अर्चना की गई इसके बाद लगभग 200 वृक्षों का पौधारोपण किया गया जिसमें फलदार वृक्षों के साथ औषधि युक्त वृक्ष भी लगाए गए जिसमें आंवला, अमरूद, इमली इत्यादि रहे. इमारती पौधा गम हार का भी रोपण किया गया पौधा सम्मिलित रूप से वन विभाग एवं कृषि उद्यानिकी विभाग द्वारा प्रदान किया गया। जानकारी हेतु बता दें कि पूरे छत्तीसगढ़ में मनाए जाने वाला हरेली का तिहार मध्य छत्तीसगढ़ में विशेष रुप से बड़े खुशियों के साथ मनाया जाता है। गोठान ग्राम में वृक्षारोपण कार्यक्रम में वन विभाग से रेंजर काली राम संतोष पैकरा ,अविनाश साहू ,सहित कृषि विभाग से अंगद राम मराबी, विस्तार अधिकारी राकेश जायसवाल ,दीपक बड़ा, गौठान अध्यक्ष अनिल सचिव बंसीलाल एवं काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे