Sarguja express
सीतापुर – लम्बे समय से खस्ता हाल सड़क का दंश झेल रहे नगरवासियों का धैर्य अब जवाब दे गया और लोगों को धूल से निजात दिलाने, सड़क डामरी करण के मांग को लेकर आज ग्यारह बजे कारगिल चौक के पास चक्का जाम कर सड़क पर बैठ गये। धरना के वजह से सड़क की दोनो ओर भारी वाहन की लम्बी कतार लगी जिससे आवागमन बाधित रहा । वही बसों को अन्य रूट से उनके गंतव्य तक भेजा जा रहा था
गौरतलब है कि शहर के सोनतराई चौक से सुर सरहद तक एनएच 43 सड़क लगभग 3 किलोमीटर जर्जर होकर अपना अस्तित्व हि खो चुका है । सड़क की स्थिती ये है कि बरसात होते ही ये बड़े बड़े गड्ढे मे तब्दील हो जाते है ,जिनकी भरपाई विभाग द्वारा बोल्डर और मिट्टी से किया जाता है। बारिश थमने के बाद जब इन पर भारी वाहन गुजरते हैं तो पूरा शहर धूल और गुबार से भर जाता है, जिससे लोगों का सड़क पर चलना काफी मुश्किल होता है, गाड़ियों के पीछे से उडने वाला धूल फाकने को लोग मजबूर है, लोगो के लिए अभिशाप बन चुका एन एच 43 अब जानलेवा साबित होने लगा है सड़क पर चलने वालोंं को सामने से आने वाले चीज़ दिखाई नहीं देता जिससे आए दिन दुर्घटना होता है। वही सड़क के दोनों ओर् बसे व्यापारियों व दुकानदारों का धूल से बुरा हाल होता है । सड़क पर उड़ते धूल के कारण लोग स्वसन सम्बन्धित कई गंभीर बीमारियों के चपेट मे आ गये है। देखरेख कि आभाव व विभाग कि लापरवाही से आज सड़क ये हाल हुआ है जहा लोगों का जीना मुहाल हो गया है।
इसे लेकर पूर्व में व्यापारी संघ , विकास मंच, सहित नगरवासीयो ने आवेदन सौप प्रसासन से सड़क सुधारने की मांग कि थी , किन्तु स्थिति यथावत रहा।
आखिरकार लोगों का धैर्य जबाब दे गया और शहर के व्यापारी संघ सहित नगरवासीयो ने गुरुवार को सुबह ग्यारह बजे कारगिल चौक के पास चक्का जाम करते हुए सड़क पर धरना देकर बैठ गये ।
इस बीच नायब तहसीदार तथा एन एच के अधिकारी आंदोलनकारियों से दीपावली के बाद सड़क बंनाने की बात कही परन्तु आंदोलंकारियों ने उनकी बात नही माना और तत्काल सड़क डामरी करण करने की अपनी मांग पर अड़े रहे ।
7 घंटे तक चला चक्का जाम लिखित आश्वासन के बाद खत्म –
आखिरकार एन एच द्वारा 23 अक्टूबर से नवीन सड़क निर्माण करने के लिखित आश्वासन के बाद चक्का जाम खत्म हुआ ,तब जाकर वाहनों की आवागमन बहाल हो सकी। इस दौरान पुलिस बल तथा व्यापारी संघ व विकास मंच के लोगों सहित काफी संख्या मे नगरवासी मौजूद थे ।