22 November 2024
किसे क्रूरता पूर्वक पैर और मुंह बांधकर नाका तोड़ भाग रही थी पिकअप वाहन, वन विभाग ने दौड़ाकर पकड़ा.. पिकअप के अंदर देख फटी रह गई आंखें… जाने कहां का और क्या था मामला
क्राइम राज्य

किसे क्रूरता पूर्वक पैर और मुंह बांधकर नाका तोड़ भाग रही थी पिकअप वाहन, वन विभाग ने दौड़ाकर पकड़ा.. पिकअप के अंदर देख फटी रह गई आंखें… जाने कहां का और क्या था मामला

रामानुजगंज (विकास केशरी)। आज सुबह वन विभाग की टीम पिकअप से अवैध रूप से इमारती लकड़ी के परिवहन की सूचना पर वन विभाग के चोरपहरी नाका में तैनात थी। इस दौरान त्रिपाल से ढक कर जब पिकअप आता देखा तो उसे रोकने के लिए नाका गिरा दिया गया, परंतु पिकअप इतना तेज रफ्तार से था कि नाका तोड़ते हुए भागने लगा वन विभाग की टीम पीछा करने लगी तो रामानुजनगगंज के वार्ड क्रमांक 1 पेट्रोल पंप रोड के गली में पिकअप छोड़कर ड्राइवर फरार हो गया। वन विभाग की टीम के द्वारा त्रिपाल खोला गया तो उसमें ठूंस ठूंस 6 गो वंश रखा गया था।जिसके बाद वन विभाग के द्वारा उसे रामानुजगजगंज थाने के सुपुर्द किया गया ।पुलिस द्वारा वैधानिक कार्यवाही की गई।

प्राप्त जानकारी के अनुसार वन विभाग को मुखबिर से सूचना मिली कि राजपुर क्षेत्र से इमारती लकड़ी पिकअप वाहन से लोड कर रामानुजगंज की ओर लाया जा रहा है जिसके बाद वन परीक्षेत्र अधिकारी संतोष पांडे के निर्देश पर वनपाल दयाशंकर सिंह, वनरक्षक राजनाथ सिंह, पिंटू मालाकार सहित वन अमला चोरपहरी नाका के पास पिकअप पकड़ने के लिए तैनात हो गया आज सुबह 5 बजे के करीब जब एक पिकअप वाहन को आता देखा तो उसे रोकने के लिए नाका को गिरा दिया गया परंतु पिकअप वाहन इतना तेज था कि नाका को तोड़ते हुए भागने लगा जिसका पीछा वन विभाग के द्वारा किया गया। पिकअप रामानुजगंज के वार्ड क्रमांक 1 पेट्रोल पंप के समीप एक गली में घुसकर ड्राइवर गाड़ी छोड़कर मौके से फरार हो गया वहीं वन विभाग की टीम जब तिरपाल खोला तो उसमें गोवंश को ठूस ठूस कर रखा गया था। जिसके बाद वाहन को रामानुजगंज थाने के सुपुर्द कर दिया गया। थाना प्रभारी संतलाल आयाम ने बताया की 4,6,16 कृषक पशु परीक्षण अधिनियम, पशु क्रूरता अधिनियम 1985 की धारा 11,घ, लोक संपत्ति क्षति अधिनियम की धारा 3 के तहत मामला पंजीबद्ध कर कार्रवाई की जा रही है। गोवंश को देवगई गौशाला भेज दिया गया है।

गौ भक्तों क्रूरता पूर्वक गोवंश को ले जाने पर चिंता जताई, चारा खिलाया

गोवंश की तस्करी किए जाने की सूचना पर गांव भक्त एस.पी. निगम सहित अन्य गौ भक्त मौके पर पहुंचे उन्होंने जिस प्रकार से गौवंश को निर्दयता पूर्वक पिकअप वाहन ठूस ठूस कर भरा गया था देखकर चिंता व्यक्त की वहीं तत्काल चारा, पानी की भी व्यवस्था की।

त्रिपाल से ढककर गौवंश की तस्करी,पैर व मुंह था बंधा

अंतरराज्य नाका पार करके लगातार गोवंश की तस्करी हो रही है परंतु इस पर रोक नहीं लग पा रही है आज जब वन विभाग की टीम लकड़ी के चक्कर में गौवंश की तस्करी को पकड़ा।वहीं इसके पूर्व भी आरागाही के पास 407 के पलट जाने के बाद पांच भैंसों की मौके पर ही मौत हो गई थी तब भी खुलासा हुआ था कि लगातार गोवंश की तस्करी हो रही है। गौ तस्करो के द्वारा तस्करी के दौरान गोवंश के मुंह एवं पैर को भी बांध दिया गया था

सेटिंग से होता है काम

गोवंश की तस्करी लगातार गौ तस्करों के द्वारा की जा रही है गौ तस्करों के द्वारा सेटिंग से अवैध कारोबार को अंजाम दिया जा रहा है गोवंश झारखंड के बूचड़खाने में कटने के लिए लगातार जा रहे हैं जिसे रोके जाने की आवश्यकता है गौ भक्तों ने भी गोवंश की तस्करी को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए। इसे रोक जाने की मांग की है।

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