अंबिकापुर। सरगुजा क्षेत्र में एनडीपीएस के मामले में ताबड़तोड़ कार्रवाई कर बड़े-बड़े नशे के कारोबारी को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाने वाले पुलिसकर्मी आज एनडीपीएस के मामलों में कार्रवाई करने से बच रहे हैं। जहां सरगुजा में एक बार फिर गांजा और ब्राउन शुगर का कारोबार अपने पैर जमाने में लगा हुआ है वहीं लंबे समय से एक भी बड़ी कार्रवाई का ना होना कई सवाल खड़े कर रहा है..।
बहरहाल सवाल तो खड़े होंगे ही… सूत्र बताते हैं कि इन दिनों शिकायतों की जो नई परिपाटी शुरू हुई है उससे पुलिस भी अब इन कार्रवाई से अपने हाथ खींच रही है। पुलिस ने एक भी कार्रवाई अगर कर भी दी तो दूसरे दिन उस पुलिसकर्मी की शिकायत भी वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंच जाती है। बड़ी बात यह है की शिकायत करने वाले या तो नशे के कारोबारी के रिश्तेदार होते हैं या तो उनके चाहने वाले…। खास तौर पर महिलाओं को ऐसे कारोबारी अपना हथियार बनाकर पेश करते हैं.. और फिर शुरू होता है पुलिस कर्मियों के खिलाफ कथित शिकायतों का दौर। वर्तमान में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिल रहा है। अक्सर देखा गया है कि नशे के कारोबारी पर कई बार पुलिस को सख्ती से पेश आना पड़ता है परंतु कार्रवाई के बाद अधिकारियों के पास पहुंची उन्हें कारोबारी के रिश्तेदारों की शिकायत से पुलिस का मनोबल भी अब पस्त होने लगा है। ऐसा माना जा रहा है कि यही कारण है लगातार एनडीपीएस के मामलों में कई बड़ी कार्रवाई पूर्व में करने वाले पुलिसकर्मी अब इन मामलों से दूरी बना रहे हैं… या फिर कहें की वे इन कथित शिकायतों से डर गए हैं।
ब्राउन शुगर के मामले में जेल जा चुके कुछ कथित पत्रकार भी सहयोगी
पत्रकारिता को धूमिल करते हुए कुछ ऐसे कथित पत्रकार भी शहर में नशे के कारोबारी के सहयोगी बनकर घूम रहे हैं जो खुद भी एनडीपीएस हो या फिर कई अन्य मामले में जेल जा चुके हैं। पत्रकारिता की आड़ में पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से मिलकर भी ये कथित पत्रकार गलत को सही और सही को गलत साबित करने अहम भूमिका निभा रहे हैं।
शिकायत की जांच जरूरी… पुलिस की कार्रवाई सही है तो उनको सपोर्ट करना भी हमारी जिम्मेदारी-आईजी
इन शिकायतों को लेकर पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा रेंज अंकित अग्रवाल से जानने पर उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की शिकायत उनके समक्ष आती है तो उसकी जांच कराई जाती है। उसके बाद जो भी तथ्य सामने आते हैं उसी के अनुसार कार्रवाई होती है। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस ने अगर कहीं भी सही कार्रवाई की है तो उनको सपोर्ट करना भी हमारी जिम्मेदारी है। कथित पत्रकार की शिकायत मिली थी उसे पुलिस अधीक्षक के पास जांच के लिए भेज दिया गया है।