पथ प्रदर्शक संस्था द्वारा मानव तस्करी पर रोकथाम हेतु जिला स्तरीय कार्यशाला
अंबिकापुर।पथ प्रदर्शक संस्था द्वारा मानव तस्करी के रोक थाम हेतु जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन संस्था के संस्थापक सुशील कुमार सिंह द्वारा जिला स्तर पर जिला सरगुजा में किया गया। कार्यशाला के मुख्य अतिथि पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा रेंज राम गोपाल गर्ग की उपस्थिति में आयोजन किया गया।
सर्वप्रथम पथ प्रदर्शक संस्था के संस्थापक सुशील कुमार सिंह ने मुख्य अतिथि सरगुजा रेंज आईजी राम गोपाल गर्ग को पुष्पगुच्छ भेंट कर सम्मानित किया। पुलिस द्वारा इस संस्था से जुड़े लोगों एवं गुम बालक बालिकाओं को सकुशल बरामदगी के लिए आभार व्यक्त किया।
पुलिस महानिरीक्षक राम गोपाल गर्ग ने अपने उद्बोधन में सर्वप्रथम संस्था के संस्थापक सुनील कुमार सिंह को इस कार्यशाला को निस्वार्थ भाव से संचालित रखने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि मैं ऐसे सामाजिक कार्यकर्ताओं एवं बहनों को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने वर्तमान समय में गरीब निस्हाय लोगों की निस्वार्थ भाव से सेवा कर रहे हैं तथा मानव तस्करी पर अंकुश लगाने में पूर्ण सहयोग कर रहे हैं। पथ प्रदर्शक संस्था सिर्फ संस्था के संस्थापक द्वारा नहीं चलाई जा रही है बल्कि यह संस्था पुलिस का एक अहम सहयोग प्रदान कर रही है इस संस्था के जरिए हमें मानव तस्करी पर अंकुश लगाने तथा गुम बालक बालिकाओं को सकुशल बरामदगी में पूर्ण सहयोग मिल रहा है।
रेंज आईजी द्वारा कहा गया कि हमने बालक बालिकाओं की पतासाजी हेतु रेंज स्तर पर ऑपरेशन मुस्कान चलाकर शत प्रतिशत बरामदगी का टारगेट रेंज के पुलिस अधीक्षकों को दे रखा है। मैं उम्मीद करता हूं कि निकट भविष्य में इस अभियान के तहत हम अपने रेंज लेवल पर मानव तस्करी पर पूर्णत: रोक लगाने में सफलता हासिल करेंगे। बाल तस्करी, बाल विवाह, बाल श्रम जैसे अपराधों पर अंकुश लगाने हेतु हमारे सरकार द्वारा शासन/प्रशासन स्तर पर अथक प्रयास किया जा रहा है तथा ऐसे अपराधों में संलिप्त लोगों पर आए दिन पुलिस द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है।
मानव तस्करी से बचने हेतु पुलिस द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में निरंतर अभियान चलाकर रोक लगाने का प्रयास किया जा रहा है। आने वाले दिनों में पथ प्रदर्शक संस्था तथा पुलिस द्वारा इस कार्य योजना को और वृहद पैमाने पर करके मानव तस्करी को रोकने में पूर्ण सहयोग प्रदान करेंगे।कार्यशाला के दौरान ग्रामीण अंचलों से आए महिलाएं, बालिकाएं एवं संस्था से जुड़े कार्यकर्ता सहित संस्था में कार्यरत लोग बड़े पैमाने पर उपस्थित रहे।