Sarguja express…
3 सालों से चल रहा था, ग्रामीणों के विरोध के बाद बंद हुआ
अंबिकापुर. सरगुजा जिले के राजापुर, डांगबुड़ा में एक संस्था तीन सालों से अवैध तरीके से प्रार्थना सभा का आयोजन हर रविवार को कर रही थी। ग्रामीणों के विरोध के बाद प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए प्रार्थना सभा पर रोक लगा दी है। मामले में 6 लोगों के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई है। प्रार्थना सभा के आयोजन से जुड़े लोगों को हिदायत दी गई है कि दोबारा बिना अनुमति आयोजन किया गया तो कड़ी कार्रवाई होगी। मामला सीतापुर थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, ग्राम पंचायत डांगबुड़ा में बीते तीन सालों से एक संस्था द्वारा अवैध रूप से प्रार्थना सभा का आयोजन किया जा रहा था। यह प्रार्थना सभा एक संस्था द ग्रेसफुल वेलफेयर सोसाइटी द्वारा प्रत्येक रविवार को आयोजित किया जाता था।
जिसमें सैकडों की संख्या में लोग जुटते थे एवं देर रात तक लाउडस्पीकर का उपयोग किया जाता था, जिससे ग्रामीण परेशान थे। पंचायत के सरपंच सहित ग्रामीणों ने संस्था के इस आयोजन पर आपत्ति की। रविवार को आयोजन स्थल पर पहुंचकर संस्था से आयोजन की अनुमति मांगी। संस्था ने 3 दिनों का समय मांगा था। बुधवार (24 सितंबर) को तीन साल पूर्व तत्कालीन एसडीएम के द्वारा दिया गया परमिशन लेटर संस्था ने प्रस्तुत किया जो अब मान्य नहीं है।
ग्रामीणों ने इसका विरोध करते हुए शिकायत प्रशासनिक अधिकारियों के साथ सीतापुर पुलिस से की। मामले में पुलिस ने फतेराम कुजूर, अमृत तिर्की, उमेश एक्का, अमर साय, अजीत कुजूर, एवं अमल साय के खिलाफ धारा 170, 126, 135 (3) के तहत कार्रवाई की।
इन पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई करते हुए तहसीलदार, उप तहसील राजापुर के कोर्ट में पेश किया गया, जहां से सभी को मुचलका भरवाते हुए जमानत पर छोड़ा गया है।
>संस्था ने बना लिया है शेड, धर्मसभा अवैध
गांव की पंच विजयमती ने बताया कि संस्था द्वारा शेड का निर्माण किया गया है। यहां धर्मसभा अवैध तरीके से संचालित किया जा रहा था। संस्था में लोगों को ठीक करने का झांसा दिया जाता था। यह धर्मसभा पूरी तरीके से अवैध थी।
उप तहसील राजापुर के तहसीलदार संजय सारथी ने बताया कि धर्म सभा के आयोजन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। ग्रामीणों की शिकायत पर यह कार्रवाई की गई है। आयोजक धर्मसभा के आयोजन की अनुमति नहीं दिखा सके।