Sarguja express …..
अम्बिकापुर।दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे द्वारा बिलासपुर में आयोजित क्षेत्रीय रेलवे उपयोगकर्ता परामर्श दात्री समिति की बैठक में सरगुजा अंचल में रेल सुविधाओं के व्यापक विस्तार के लिए अंबिकापुर रेणुकूट रेल लाइन निर्माण की मांग प्रमुखता से उठाई गई। अंबिकापुर को राष्ट्रीय रेल नेटवर्क से जोड़ने के लिए यह महत्वाकांक्षी, रेलवे के लिए बहु उपयोगी और लाभप्रद तथा यात्री सुविधा के लिए सर्वाधिक व्यावहारिक परियोजना है, जो रेलवे बोर्ड में विचाराधीन है।
रेलवे के जोनल सलाहकार समिति के सदस्य मुकेश तिवारी ने बैठक में इस रेल लाइन को सरगुजा के यातायात, खनिज, औद्योगिक विकास, रोजगार और पर्यटन के लिए आवश्यक बताया। उन्होंने कहा कि इस रेल लाइन से देश की राजधानी से सरगुजा क्षेत्र बेहतर तरीके से जुड़ेगा। इस परियोजना से राज्य के सामाजिक आर्थिक शैक्षणिक और सांस्कृतिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। इस रेल लाइन से सरगुजा सूरजपुर के अलावा बलरामपुर सोनभद्र जिले के आजादी के बाद से लेकर अब तक के मानचित्र पर स्थान नहीं पाने वाले कई विकासखंड भी रेल सुविधा से जुड़ेंगे।
सरगुजा जिले के अंबिकापुर से प्रारंभ होकर यह रेल लाइन कमलपुर ग्राम (सिलफिली )होते हुए म्योरपुर रोड में रेणुकूट लाइन से जुड़ जाएगी। इस परियोजना की अनुमानित लंबाई 152 किलोमीटर है, जो 8217 करोड रुपए की लागत से बनाई जाएगी। इसका आर्थिक संकेतक, फाइनेंशियल इंटरनल रेट ऑफ़ रिटर्न(प्लस 5.51 प्रतिशत) तथा इकोनॉमिकल इंटरनल रेट ऑफ़ रिटर्न तय मानक से बहुत अच्छा 19.50 प्रतिशत है। कमलपुर ग्राम रेलवे स्टेशन के आगे पंडोनगर ग्राम से गोवर्धनपुर ग्राम तक यह लाइन सूरजपुर जिले में प्रस्तावित है। बलरामपुर जिले में यह परसडीहा से फूलीडूमर तक जाएगा, उसके बाद उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में धनवार से लेकर रनटोला तक इसका विस्तार होगा जहां यह म्योरपुर रोड स्टेशन में जुड़ जाएगा।
अंबिकापुर रेणुकूट रेल लाइन कमलपुर से म्योरपुर के बीच लगभग 70 ग्राम पंचायत से होकर गुजरेगी। इस प्रस्तावित रेल लाइन के समीप 32 कोल ब्लॉक हैं। बॉक्साइट परिवहन के लिए भी यह मार्ग उपयुक्त है साथ ही उत्तर छत्तीसगढ़ में महत्वपूर्ण मजबूत उपनगरीय परिवहन नेटवर्क भी बनेगा। छत्तीसगढ़ को रेणुकूट के रास्ते वाराणसी से जोड़ने वाला यह मार्ग छत्तीसगढ़ की तरक्की के लिए नया अध्याय प्रारंभ करेगा।
प्रस्तावित रेल मार्ग में कमलपुर ग्राम और म्योरपुर के बीच छत्तीसगढ़ में सोनवाही,मजिरा,मदननगर,गोटगवां, प्रतापपुर,चंदौरा,पहाड़ करवा, रेवती,वाड्रफनगर, रूपपुर एवं उत्तर प्रदेश में इकदरी, घघरा, चांगा व म्योरपुर में रेलवे स्टेशन बनाया जाएगा। प्रस्तावित रेल मार्ग के 25 किलोमीटर के दायरे में आने वाली लगभग 5 लाख की आबादी को इस रेल मार्ग से आरामदेह और कम समय में यात्रा पूरा करने का सीधा लाभ मिलेगा। अंबिकापुर रेणुकूट रेल लाइन कम खर्च की, क्षेत्र की सबसे लाभकारी परियोजना है जो रेल लाइन निर्माण के लिए रेलवे द्वारा निर्धारित सभी मानकों पर खरी उतरती है। पिछड़े आदिवासी क्षेत्रों में इस रेल लाइन से सुविधा और विकास की नई यात्रा शुरू होगी। यह परियोजना उत्तर छत्तीसगढ़ के लोगों के जीवन को आसान बनाएगी और क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे क्षेत्रीय परामर्शदात्री समिति की बैठक में अंबिकापुर रेणुकूट रेल लाइन के प्रस्ताव को सही परिप्रेक्ष्य में, जन भावना अनुरुप,न्यायोचित तथ्यों के साथ रेलवे बोर्ड को प्रेषित कर इसका निर्माण अविलंब प्रारंभ किए जाने की मांग की गयी ।